Published: Sep 02, 2024
Duration: 00:03:21
Category: People & Blogs
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बस यह एक इलम है यह इलम की बात है इसके लिए आपको तबीब बनना है एक्सरसाइज नहीं बनना तबीब हकीम बनेंगे आप हकीम के बास शागिर्द जाके करेंगे वो फिर आपको सीना पसीना राज देंगे तो जाके कहीं इम आपको आएगा थोड़ा सा और यह पूरा पेशेंट ल का इलाज का लेना यह खाला जी का ड़ है ओ भाई अंदर की पूरी बॉडी की रिपेरिंग है पूरी बॉडी को आपने रिपेरिंग करना है वो किसने करना है तुम बाहर से एक्सरसाइज करा के लोगों को बेवकूफ बना रहे हो ये कौन सा जली माफिया पैदा हो गया यकीन कर तो जनाब जनरल शब साहब जनरल आसम मनीर साहब ये आपके बच्चों के साथ भी ऐसे ही कर रहे हैं आपके दो बच्चे स्पेशल चाइल्ड है मैंने बोला एक का इलाज करवाए उसके बाद तिब्बे नबी का सेंटर पूरे वर्ल्ड में ऐसा ना हो जैसा हम चाहते हैं वो आप ओपन करवाए उसके बाद दूसरे बच्चे का भी इलाज करेंगे ठीक है ये हम हम कह रहे हैं हम आपके लिए हासर है आपके बच्चों के लिए भी हासर है लेकिन तिब्बे नबी का नारा भी लगवाना है और पूरी दुनिया में तिब्बे नबी का नाम भी रोशन करवाना है ठीक है ये शि बाजू कंजर और न वाजू कंजर और इनके ये जो काली पेड़े हैं ये वो वाले ये नहीं वो काम कर सकते इंशाल्लाह ता तिब्बे नब की टीम खुद करेगी अपने बिल बोते पे और इनकी ऐसी की तैसी जो ये कहते हैं कि तिबे नबी का सेंटर नहीं बनने देना हम बना के दिखाएंगे और पूरे वर्ल्ड में इंशाल्लाह ताला उस जैसा सेंटर नहीं होगा और हर बीमारी का इलाज होगा ये देखें देव बंदियों ने भी राइन रोड पे ना कैंसर हॉस्पिटल बनाया हुआ है देखो कैसा दाढ़िया वाले और कैंसर हॉस्पिटल बनाया हुआ है उनको जिनको ये समझ नहीं आई कि कैंसर होता कैसे है और कैंसर क्यों हुआ और कैंसर को खत्म कैसे करना है और वो उनको जनाब वो लगा रहे हैं जनाब क्या बात है शम का इंजेक्शन साप की कर किए जा रहे हैं जहर से कीमोथेरेपी कीमोथेरेपी जिसको कहा गया यह सांप का जहर है ये आपके जिस्म में ज्यादा जहर भर देगा याद रख ले कभी भी आपका कीमोथेरेपी से कैंसर का लाज नहीं हो सकता य चैलेंज है य लिख ले साइन कर ले जो कता ना कर देंगे उनकी चपले मेरा सर नहीं हो सकता य हमने रिसर्चर है हम भी छोटे रिसर्च हमें भी कहते हैं छोटा तो इनकी ब ब जाने के लिए हमने इ इनका पूरा ती करके रखना इन वर्ल्ड की क्या औकात तोय सुनेय है छोटी सी गफलत ये बच्चा बातें समझता है सारा कुछ बेहतर हल्का फुल्का बोल भी लेता है लेकिन मसला क्या हुआ है कि इनको प्रॉपर गाइडलाइन मि और इनके वालिद साहब जो है बेचारे कभी किसी जगह पर लेकर जा रहे हैं कभी किसी जगह पर लेकर जा रहे हैं तो बारबार बोला जाता है कि जो आपकी डोमेन होती है खुदारा उसम रह के काम किया करें ठीक है अब हर चीज को हर डॉक्टर जो है वो ट्रीट नहीं कर सकता हर बंदे की अपनी एक एक होती है कि वो उसके अंदर रह के अपना काम कर सकता है तो यहां पर पैसों की खातिर जो है वो ह काम को डील किया जाता है तो जिनके भी सीपी बच्चे होते हैं वो बर वक्त जो है अपने क्रीपी फिजियोथेरेपिस्ट के पास जाए वहां से उनकी एक्सरसाइज शुरू करें घर में पांच से छह दफा एक्सरसाइज करवाए मेहनत करें तब जाके ये बच्चे बेहतर होते हैं आपको बता दिया मैंने आपको बता दिया ये फ्रा लोग है इनको ये समझती