अगर किसी कंट्री के सबसे यूजलेस टीचर को एक ही स्कूल में पढ़ने के लिए रख लिया जाए तो सोचो स्टूडेंट्स की कैसी हालत होगी मूवी के स्टार्टिंग में हमें एक स्कूल देखने को मिलता है जिसमें स्टूडेंट्स का रिजल्ट बहुत खराब है सब इट्स स्टूडेंट्स का रिजल्ट इतना खराब आया था की सिर्फ 12% स्टूडेंट ही पास हो पाएगा इसी प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए स्कूल के प्रिंसिपल एक मीटिंग रखते हैं प्रिंसिपल को इतने खराब रिजल्ट की वजह समझ नहीं ए रही थी क्योंकि उन्होंने बेस्ट टीचर को कम पर रखा था जिसके बावजूद भी रिजल्ट बहुत खराब आया और बच्चे भी इतने चोमू नहीं द तो ये सब हुआ कैसे हैं और अगर इस साल भी बच्चे पास नहीं हुए तो स्कूल का ट्रस्टी पैसे देना बंद कर देगा और स्पून हमेशा के लिए बंद हो जाएगा अब मीटिंग में डिसाइड हुआ की वो अपने स्कूल में कंट्री के सबसे घोंचू टीचर्स को एडमिट करेंगे अब इन घोंचू टीचर्स की स्कूल में एंट्री होती है मुझे तो भाई किसी भी एंगल से लोग टीचर नहीं लग रहे हैं स्टूडेंट्स का फ्यूचर तो खत्म बाय बाय टाटा गुड बाय गया