दुनिया के सबसे ताकतवर राष्ट्रपतियों में से एक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यह सवाल अंतरराष्ट्रीय जगत में गूंज रहा है दरअसल इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने अपने एक फैसले में पुतिन को दोषी ठहराते हुए उनके खिलाफ वरन जारी किया हुआ है अंतरराष्ट्रीय अदालत के नियमों के मुताबिक मंगोलिया रूसी राष्ट्रपति को हिरासत में लेने के लिए बाध्य है मंगोलिया इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट का सदस्य है उनकी यात्रा जापानी सेना पर सोवियत मंगोलियाई सैनिकों की संयुक्त जीत की 8वीं वर्षगांठ के मौके पर हो रही है 2019 के बाद से पुतिन की यह पहली मंगोलिया यात्रा भी है इसी साल मार्च में रूसी राष्ट्रपति धीमर पुतिन की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था आईसीसी का मानना है कि राष्ट्रपति पुतिन पर यूक्रेन में युद्ध अपराधों के आरोप लगाने के लिए पर्याप्त सबूत है आईसीसी ने यह आरोप भी लगाया है कि यूक्रेन के सैकड़ों बच्चों को अनाथालय और बाल गृह से रूस लाया गया है जिससे रूस में रह रहे परिवार उन बच्चों को गोद ले सके हालांकि रूस ने इन आरोपों को खारिज किया है और आईसीसी की वैधानिकता पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं हालांकि यह सब कानूनी प्रावधान है ऐसा करना व्यवहारिक तौर पर संभव नहीं है खुद रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने कहा है कि उसको इस बात की तनिक भी चिंता नहीं है कि मंगोलिया राष्ट्रपति पुतिन को गिरफ्तार कर सकता है क्रेमलिन ने यह कहा है क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्को ने कहा है कि मंगोलिया के हमारे दोस्तों से हमारी बातचीत हो चुकी है हालांकि रू रू अंतरराष्ट्रीय अदालत के अधिकार क्षेत्र को मान्यता नहीं देता इस बीच यूक्रेन ने मंगोलिया से अनुरोध किया है कि वह अंतरराष्ट्रीय अदालत के आदेश का पालन करें और पुतिन को गिरफ्तार करें उसने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि मंगोलिया की सरकार ये मानेगी कि पुतिन एक युद्ध अपराधी है मंगोलिया की सरकार ने इस बारे में अभी तक कोई भी टिप्पणी नहीं की है अंतरराष्ट्रीय अदालत ने मार्च 2023 में पुतिन के खिलाफ वारंट जारी किया था अब देखना यह होगा कि क्या रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बिना हिरासत में गए वापस रूस पहुंच पाएंगे