इस सीरीज के अगर कुछ प्लस पॉइंट की बात करूं तो इसका सबसे बड़ा प्लस पॉइंट है इसकी स्टार कास्ट जो फिल्म इंडस्ट्री में सपोर्टिंग कास्ट में आने वाले बड़े-बड़े नाम हैं फिर चाहे वह पंकज कपूर नसरुद्दीन शाह मनोज पहावा हो या कुमुद मिश्रा दिव्येंदु भट्टाचार्य और कमलजीत सब एक से बढ़कर एक है उसके बाद इसका टडा पॉइंट प्रेजेंटेशन जिसकी वजह से यह क्रिस्प तो रहती ही है साथ ही कास्टिंग और क्रेडिट रोल मिलाकर 45 घंटे में निबट जाती है वो भी कहानी को पूरा करके उसके बाद एक यह चीज मुझे बहुत अच्छी लगी कि इसमें टाइम टू टाइम ओरिजिनल फुटेज भी डाली गई है जो इसे एक ऑथेंटिक फील देती है और इमोशनल कनेक्शन बनाने में भी हेल्प करती है बाकी लाहौर में रात को रिस्क लैंडिंग वाला एक सीन है उस सीन से इसकी वीएफएक्स टीम की स्ट्रेंथ का भी पता चल जाता है और शायद ही आपको पूरी सीरीज में वीएफए टीम की कोई कमी नोटिस हो पाए और इन सबके बाद जो इस सीरीज को देखने लायक बनाता है वो है अनुभव सिन्हा का अनुभव जो उन्होंने अपनी पहली ओटीटी सीरीज में ही दिखा दिया एंड आई होप इसी तरह की और भी सीरीज और मूवीज वो हमारे लिए लाते रहेंगे