STOCK MARKET को गिरने का बहाना मिल गया ? STOCK MARKET आज क्यों गिरा ? I

[संगीत] नेसस इन्वेस्टर अकेडमी के इस ब्रांड न्यू वीडियो में आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है वर्ल्ड के ज्यादातर स्टॉक मार्केटस बुरी तरह से गिरे हैं और इंडियन स्टॉक मार्केट भी गिरा है तो इस वीडियो में जानेंगे कि यह स्टॉक मार्केट गिर क्यों रहा है और नियर फ्यूचर में क्या और भी ज्यादा गिर सकता है वीडियो के लास्ट में मैं यह भी बताऊंगा कि अगर आप म्यूचुअल फंड या फिर स्टॉक्स में अपना इन्वेस्टमेंट करते हैं तो फिलहाल जो मार्केट कंडीशंस हैं उसको देखते हुए क्या हमें अपने स्ट्रेटजी में कोई चेंजेज लाने चाहिए वीडियो को पूरा जरूर देखें अगर पसंद आए तो लाइक एंड शेयर करें और पहली बार हमारे youtube.net 3 पर से भी ज्यादा गिरा है और असल 2000 जो कि स्मॉलर कंपनीज का इंडेक्स है वो भी 3 पर से ज्यादा गिरा है और यहां पे इशू यह भी है कि अगर आप प्री मार्केट चेक करेंगे फ्यूचर्स तो वहां भी सभी कुछ गिरा हुआ है यूएस में एशियन मार्केट्स को अगर आप देखेंगे तो एशिया में भी देखिए जापान का मार्केट 4 पर से भी ज्यादा गिरा हुआ है ये देखिए निफ्टी 50 हमारा है 55 पर फिलहाल गिरा हुआ है जब मैं ये रिकॉर्डिंग कर रहा हूं हांगकांग का स्टॉक एक्सचेंज गिरा हुआ है चाइना का स्टॉक एक्सचेंज गिरा हुआ है यूरोपियन मार्केट्स को देख देखेंगे तो वहां भी सभी कुछ रेड है जर्मनी का स्टॉक एक्सचेंज देखिए ऑलमोस्ट 1 पर लंदन का स्टॉक एक्सचेंज फ्रांस का स्टॉक एक्सचेंज सभी जगह गिरावट है अभी जो डिटेल हमने चेक किया उससे यह तो क्लियर है कि सिर्फ इंडियन स्टॉक मार्केट नहीं गिरा है बल्कि वर्ल्ड के ज्यादातर स्टॉक मार्केटस गिरे हैं और रिलेटिवली इंडियन स्टॉक मार्केट कम गिरा है तो अब जान लेते हैं कि यह स्टॉक मार्केट गिर क्यों रहा है क्योंकि अगर आप इंडियन स्टॉक मार्केट को देखें तो उसके लिए एक बहुत बड़ा पॉजिटिव न्यूज़ है कि अगर आप ग्लोबल क्रूड ऑइल का प्राइसेस देखेंगे ना तो काफी नीचे गिरा है वाइल का परफॉर्मेंस देख लेते हैं तो ब्रंड क्रूड तो देखिए काफी गिरा है 73 से भी नीचे आ गया है रीजन क्या है तो रिस्टोन ऑफ लीबियन प्रोडक्शन लिबिया में पहले प्रोडक्शन को रिलेटेड कुछ इश्यूज चल रहे थे जो कि अब सॉल्व हो गए हैं तो वहां से थोड़ा प्रोडक्शन बढ़ रहा है और ओपेक का भी प्लान हो रहा है कि आउटपुट थोड़ा बढ़ाएंगे तो इसके कारण ब्रिन क्रूट का जो प्राइस है फिर ओवरऑल वाइल प्राइस है वो नीचे गए तो यहां पर तो इंडियन स्टॉक मार्केट का परफॉर्मेंस अच्छा होना चाहिए क्योंकि ज्यादातर क्रूड ऑइल का रिक्वायरमेंट तो हम इंपोर्ट करते हैं तो यह हमारे लिए पॉजिटिव न्यूज़ है उसके बाद भी मार्केट्स गिरे हैं तो इसका रीजन है यूएस यूएस मार्केट का बुरी तरह से गिरना और यूएस मार्केट क्यों गिरा है क्योंकि वहां पे जो एआई रिलेटेड स्टॉक्स हैं वहां पे बहुत ज्यादा गिरावट आया है उनका जो एआई रिलेटेड एक ईटीएफ है एसएमएच वो 7.5 पर गिरा है मतलब मार्च 2020 के बाद सबसे बड़ा फॉल है मार्च 2000 20 आपको याद होगा कोविड के समय उसके बाद का सबसे बड़ा फॉल है और इस फॉल का लीडर कौन है एडिया 10 पर के आसपास गिरा है 99.5 पर का गिरावट आया है तो जो भी उसका मार्केट कैप है ना उसमें से अबाउट 300 बिलियन यूएस डॉलर्स खत्म हो गया ना मतलब 300 बिलियन यस डॉलर का जनरली आपको कंपनी बहुत कम मिलेगा जिसका मार्केट कैप है यहां पे सिंगल डे में 300 बिलियन यूएस डॉलर मार्केट कैप एन वडिया से खत्म हो गया 3 ट्रिलियन प्लस चला गया था इसका ना अब तो काफी कम हो गया पहले के मुकाबले और सिर्फ एडिया ही नहीं दूसरे लाइक ब्रॉड क को अगर आप देखेंगे तो अबाउट 6 पर गिरा है intel.com 7 पर के आसपास गिरा है तो कंप्लीट ब्लड बाथ आया है एआई रिलेटेड स्टॉक्स में तो ऐसा क्यों हुआ है तो देखिए एक तो है कि एडिया का रिजल्ट मैंने कुछ समय पहले भी आप लोगों से डिस्कस किया था ना वहां पे रिजल्ट्स बहुत अच्छे आए हैं मार्केट का जो एक्सपेक्टेशन था उससे भी ज्यादा अच्छे रिजल्ट्स आए हैं लाइक उनका रेवेन्यू 30 बिलियन यूएस डॉलर से बढ़ा है जो कि एक्सपेक्टेशन से ज्यादा आया है लेकिन हां वहां पे कुछ कंसर्न्स भी हैं लाइक वहां अगर आप मार्जिंस देखेंगे तो मार्जिन थोड़ा हिट हुआ है प्लस क्वार्टरली जो ग्रोथ है वो कंपनी ने बोला अबाउट 80 पर के आसपास रहेगा 80 पर का ग्रोथ कितना ज्यादा होता है लेकिन हां मार्केट में कुछ लोग हैं जो कि इसको लेकर थोड़े डिसपे हैं साथ ही एविया का जो लेटेस्ट चिप आने वाला है ब्लैकवेल जीपीयू चिप वहां पर देखिए डिमांड तो बहुत ज्यादा है इसमें कहीं कोई डाउट नहीं है लेकिन मार्केट को ऐसा डर लग रहा है कि कहीं सप्लाई साइड में प्रॉब्लम ना हो ऐसा ना हो कि एडिया ना ये चिप्स सही से सप्लाई ना कर पाए तो अगर सप्लाई नहीं करेगा तो ऑफकोर्स वहां पे रेवेन्यू हिट होगा वहां पे प्रॉफिट्स हिट होंगे तो यह भी एक इशू है बट हां ओवरऑल अगर आप एआई मार्केट को देखें एआई स्टॉक्स को देखें तो देखिए यहां पे बहुत ज्यादा रिटर्न जनरेट हुआ है ह्यूज रिटर्न ज्यादातर एआई स्टॉक्स में उसका रीजन क्या है कि मार्केट में ऑप्टिमिस है कि जैसे-जैसे समय बढ़ेगा ना वैसे-वैसे एआई चिप्स का मेमोरी चिप्स का रिक्वायरमेंट और बढ़ेगा तो ज्यादातर जो कंपनीज हैं वह ज्यादा ज्यादा पैसा खर्च करेंगी ताकि इन चिप्स को खरीदा जा सके तो ऑफकोर्स जब डिमांड बढ़ेगा रिक्वायरमेंट बढ़ेगा तो जो एआई रिलेटेड कंपनीज है उनका परफॉर्मेंस भी इंप्रूव होगा इसीलिए इतना ज्यादा रिटर्न आ रहा है लेकिन कभी-कभी मार्केट को क्या लग रहा है कि ऐसा ना हो कि यूएस में रिसेशन आ जाए क्योंकि चाइना में तो ऑलरेडी प्रॉब्लम है चाइना रिलेटेड ब्लूमबर्ग का एक रिपोर्ट आया है फैक्ट्री एक्टिविटी से रिलेटेड तो वहां पे जो फैक्ट्री एक्टिविटी है वो फोर्थ स्टेट मंथ अगर देखें लगातार 4 महीने से कांट्रैक्ट कर रहा है तो ऑफकोर्स इससे पता चलता है कि चाइना का जो ग्रोथ है वो काफी हद तक स्लो डाउन हो रहा है आपको पता है चाइना बहुत बड़ा इकोनॉमी है वहां पे चिप का रिक्वायरमेंट बहुत ज्यादा है तो अगर चाइना में स्लो डाउन आता है वहां प्रॉब्लम्स आते हैं तो आपको चिप का रिक्वायरमेंट कम होगा तो उसके कारण भी चिप कंपनीज पे काफी ज्यादा प्रेशर आया है अगर यूएस में भी प्रॉब्लम आ गया तो ऑफकोर्स जो डिमांड है इन चिप्स का वो घट सकता है जिसके कारण आई जो एआई रिलेटेड कंपनीज है उनका परफॉर्मेंस हिट होगा तो देखिए यही मार्केट में चल रहा है यूएस का जो लेटेस्ट डाटा आया है अगर आप देखें मैन्युफैक्चरिंग रिलेटेड उसे हम बोलते हैं परचेसिंग मैनेजर्स मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स पीएमआई तो एसएनपी ग्लोबल की तरफ से य आता है डाटा तो उसका रीडिंग आया है 47.9 जबकि एस्टिमेटर 48 के आसपास ऑफकोर्स कोई खास अंतर नहीं आपको सुनने में लगेगा लेकिन इन चीजों से भी स्टॉक मार्केट में फर्क पड़ जाता है तो इसके कारण लग रहा है कि ऐसा ना हो कि यूएस में स्लो डाउन आ जाए जिसके कारण स्लो डाउन आएगा आपको पता है ना कंपनीज का परफॉर्मेंस हिट होगा तो ऑफकोर्स जो डिमांड है एआई रिलेटेड चिप्स का जीपीयू चिप्स का वो कम हो जाएगा जिसके कारण इन कंपनीज का परफॉर्मेंस भी हिट होगा इसीलिए मोस्टली ये जो गिरावट आया है वो देखने को मिला है अब जान लेते हैं कि क्या यहां से स्टॉक मार्केट और भी ज्यादा गिर सकता है देखिए स्टॉक मार्केट है वोलेटाइल होता ही है ना 45 पर तक का गिरावट कोई बड़ा गिरावट होता नहीं है कभी भी आ सकता है लेकिन हां अगर कोई बड़ा गिरावट का बात करें 10 पर प्लस तो वो फिलहाल देखकर मुश्किल लग रहा है कि उस तरह का गिरावट शायद नियर फ्यूचर में नहीं आए कारण क्या है देखिए गिरावट का रीजन क्या बोला जा रहा है कि अगर यूएस में रिसेशन आ गया वहां पे बिल्कुल गिरावट आ सकता है 10 पर क्या 20 पर भी गिरावट आ सकता है यूएस मार्केट्स में और इंडियन मार्केट भी उसके कारण इंपैक्टेड होगा और खासकर चाइना भी अगर आप देखें तो वो भी तो डाउन एंड आउट है तो अगर चाइना ऑलरेडी डाउन है यूएस भी अगर डाउन हो गया तो बिल्कुल व वर्ल्ड मार्केट्स में प्रॉब्लम आएगा लेकिन यहां पे यह भी ध्यान में रखना है है कि फेड रिजर्व की तरफ से मोस्टली यह इंडिकेशन दे दिया गया है कि सितंबर में ही मतलब नेक्स्ट फ्यू डेज में रेट कट आने वाला है ऑफकोर्स डेटा पे डिपेंड करेगा इंफ्लेशन का डटा कैसा आता है एंप्लॉयमेंट का अनइंप्लॉयमेंट का डेटा कैसा आता है नेक्स्ट फ्यू डेज में आएगा तो उसके आधार पर ये डिसाइड होगा कि 25 बेसिस पॉइंट रेट कट होगा या फिर 50 बेसिस पॉइंट रेट कट होगा अ कोर्स ये भी डिसाइड होगा कि इस पूरे साल में 75 बेसिस पॉइंट का रेट कट होगा या फिर 100 या फिर उससे भी ज्यादा बट हां फिलहाल लगता है कि 25 तो होना चाहिए और अगर थोड़ा बहुत प्रॉब्लम आया भी तो रेट कट बढ़ेगा तो ठीक है शॉर्ट टर्म में मान लीजिए रिसेशन के अगर कोई सिमटम्स आते भी हैं तो व शॉर्ट टर्म का हिक अप होगा वो काफी अच्छा अपॉर्चुनिटी होगा हमारे लिए और भी ज्यादा स्टॉक्स या फिर म्यूचुअल फंड स्कीम्स को एक्युमटिका प्रॉब्लम आएगा यूएस में बहुत ज्यादा रेट कट स्टार्ट हो जाएंगे और विदन फ्यू मंथ्स आप देखेंगे कि स्टॉक मार्केट में अच्छा खासा रिकवरी आ जाएगा बट हां देखिए फिलहाल डाटा को अगर आप देखेंगे तो डाटा थोड़ा थोड़ा बहुत डाउन है मतलब थोड़े बहुत डाउन डाटा से ही हम नहीं बोल सकते हैं कि कोई रिसेशन आने वाला है मोस्टली अभी तक लगता है कि सॉफ्ट लैंडिंग ही होगा और सॉफ्ट लैंडिंग के साथ-साथ इंटरेस्ट रेट कट भी स्टार्ट होंगे जो ओवरऑल लिक्विडिटी बढ़ेगा तो ओवरऑल वर्ल्ड मार्केट्स के लिए स्टॉक मार्केट्स के लिए बहुत अच्छा है परफॉर्मेंस देखेंगे इंडियन इकोनॉमी का तो बहुत अच्छा चल रहा है तो ऑफकोर्स यूएस से जब थोड़ा पैसा निकलेगा इमर्जिंग इकोनॉमी में आएगा तो इंडियन इकोनॉमी में भी आप एक्सपेक्ट कर सकते हैं कि पैसा आएगा इंडियन स्टॉक मार्केट्स में देखिए इंडियन स्टॉक मार्केट के साथ फिलहाल सिर्फ एक प्रॉब्लम है जो कि कई बार मैं डिस्कस कर चुका हूं वो है वैल्युएशन लार्ज कैप फेयरली वैल्यूड के आसपास है ज्यादा ज्यादा हम बोल सकते हैं स्लाइटली ओवर वैल्यूड लेकिन मिड कैप और स्मॉल कैप बहुत ज्यादा ओवर वैल्यूड है तो हमारे लिए कंसर्न वही है इसीलिए एफआईआई का ज्यादा पैसा हमारे यहां नहीं आ रहा है मार्केट भी आप देख रहे हैं ना कुछ समय से स्टैग्नेट कर गया है ना ऊपर जा रहा हैना नीचे जा रहा है वहीं पे थोड़ा बहुत अप डाउन कर रहा है तो मोस्टली इंटरेस्ट रेट कट का वेट है उसके बाद थोड़ा बहुत अगर करेक्शन आ जाए इडियन स्टॉक मार्केट्स में तो एक तरह से अच्छा होगा वो इसलिए होगा क्योंकि वहां से आप एक्सपेक्ट कर सकते हैं कि एफआईआई का ज्यादा पैसा आएगा इंडिया में तो देखिए वो आइसिंग ऑन द केक है एफआईआई का पैसा मैंने हमेशा आप लोगों को बताया यह बात बिल्कुल सही है रिटेल का पैसा आ रहा है डीआईआई का पैसा आ रहा है लेकिन उस पर अगर और ज्यादा पैसा आए बाहर से भी पैसा आ तो उसमें क्या हर्ज है उससे स्टॉक मार्केट और भी तेजी से ऊपर जाएगा तो देखिए भाई वैल्युएशन देखना होगा मे बी थोड़ा वेट होगा एफआईआई के तरफ से थोड़ा वैल्युएशन थोड़ा रीजनेबल होगा थोड़ा बहुत और गिरावट आए अगर इंडियन स्टॉक मार्केट्स में तब वहां से भी पैसा आने लगेगा और उसके कारण आप देखेंगे कि इंडियन स्टॉक मार्केट्स में परफॉर्मेंस अच्छा होगा बट हां ओवरऑल देखिए नियर फ्यूचर में ऐसा ही लगता है कि कोई बहुत ज्यादा रिटर्न शायद ना आए नियर फ्यूचर की मैं बात बोल रहा हूं मीडियम टू लॉन्ग टर्म यस नो डाउट इंडिया का ग्रोथ स्टोरी इंटैक्ट है तो बहुत अच्छे रिटर्न्स आएंगे शॉर्ट टर्म में मे बी एक दो मंथ में शायद कुछ खास ना हो और थोड़ा बहुत गिरावट आए तो अच्छा है एक्युटस है देखिए यहां पे एक होता है म्यूचुअल फंड इन्वेस्टर जो कि ज्यादातर इन्वेस्टमेंट म्यूचुअल फंड में करते हैं दूसरा इन्वेस्टर हो गया जो कि डायरेक्ट इक्विटी में अपना इन्वेस्टमेंट करते हैं स्टॉक्स में इन्वेस्टमेंट करते हैं तो देखिए म्यूचुअल फंड अगर इन्वेस्टर हैं तो स्टॉक पोर्टफोलियो में चेंजेज नहीं करना चाहिए ना मार्केट अप डाउन लगा रहता है अगर आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर हैं ना फाइव इयर्स 10 इयर्स 15 20 इयर्स के लिए इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं तो एक बार आप अपना पोर्टफोलियो डिसाइड कर लें ना एसेट एलोकेशन डिसाइड कर ले डेट में इतना रखेंगे इक्विटी में इतना रखेंगे मार्केट कैप डिसाइड कर लें कि लार्ज कैप में इतना मिड कैप में इतना स्मॉल कैप में रफ ऑफकोर्स एगजैक्टली तो पॉसिबल नहीं है रफल और उसको फॉलो करते रहे मार्केट ऊपर है नीचे डजन मैटर अगर किसी का एसआईपी चलार है बहुत अच्छा है एसआईपी इसीलिए होता है कि मार्केट ऊपर हो नीचे हो आपको हमेशा कंटिन्यू रखना है और अगर बड़ा पैसा है तो ऑफकोर्स बड़ा पैसा फिलहाल आप अवॉइड कर सकते हैं डालना खासकर मिड कैप स्मॉल कैप में बिल्कुल अवॉइड करें बड़ा पैसा एक साथ डालने का सिक्स मंथ्स का एसटीपी सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान वो करें तो यहां पे पोर्टफोलियो में कोई चेंजेज करने की फिलहाल जरूरत नहीं लगती हां कोई बड़ा पैसा है तो वहां पे सावधानी से बिल्कुल इन्वेस्ट करना चाहिए एक साथ पूरा पैसा नहीं डाले तो अच्छा है और स्टॉक्स में अगर आप इन्वेस्टमेंट करने तो देखिए लॉन्ग टर्म वहां भी वही है अगर अच्छे क्वालिटी के स्टॉक्स है तो फिर चेंज करने की जरूरत नहीं है थोड़ा बहुत सेक्टर जो रोटेशन होता है ऑफकोर्स वहां पे आप कर सकते हैं जैसे आपने देखा कि कुछ सेक्टर्स में बहुत ज्यादा ओवर वैल्युएशन हो गया है आपको लग रहा है कि नहीं बिल्कुल गिरेगा ही तो वहां पे ऑफकोर्स थोड़े बहुत आप चेंजेज कर सकते हैं मैं भी अपने पोर्टफोलियो में थोड़े बहुत चेंजेज करता हूं तो स्टॉक में यस आप कर सकते हैं म्यूचुअल फंड में चेंजेज करने की जरूरत नहीं है स्टॉक्स में भी थोड़े बहुत ही चेंजेज करें सेक्टर रोटेशन देखिए हो बरा इंडियन मार्केट्स में ना पहले पीएसयू उस का परफॉर्मेंस बहुत चला उसके बाद ना रेलवे डिफेंस या पीएसयू बैंक्स अब देखेंगे लास्ट टू थ्री मंथ्स में थोड़ा वहां पे डाउन फॉल आया है आईटी नहीं चल रहा था आईटी में देखेंगे तो परफॉर्मेंस वापस आया फार्मा नहीं चल रहा था वहां पे परफॉर्मेंस आ रहा है एफएमसीजी में थोड़ा बहुत परफॉर्मेंस वापस आया है और साथ ही ना कैपिटल गुड्स अगर देखें तो वहां भी परफॉर्मेंस लद बहुत ज्यादा ओवर वैल्युएशन है लेकिन अभी भी ठीक-ठाक वहां भी चल रहा है ओवरऑल इंडस्ट्रियल्स को देखें तो डाउन फॉल आया है वहां पे लास्ट टू थ्री मंथ्स में और ये होता है सेक्टर रोटेशन है वैल्युएशन बहुत ज्यादा हो गया तो यहां पे डायरेक्ट इक्विटी में कोई इन्वेस्ट कर रहा है यहां पे थोड़े बहुत चेंजेज वहां भी ज्यादा चेंजेज नहीं करना चाहिए आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर हैं ज्यादा चेंजेज करेंगे तो मोस्ट ऑफ द केसेस आपके रिटर्न्स अच्छे नहीं आएंगे मतलब जो जितने भी जो बड़े इन्वेस्टर से अगर आप पूछेंगे जिन्होंने बहुत ज्यादा पैसा बनाया सेम स्टेटमेंट आएगा उनके तरफ से अच्छे क्वालिटी के स्टॉक्स को सेलेक्ट करें लॉन्ग टर्म तक बने रहे लॉन्ग टर्म में छोटा बहुत मार्केट ऊपर जाना नीचे जाना यह बना रहेगा तो इसके कारण हमें अपने पोर्टफोलियो में चेंजेज नहीं करने चाहिए सो दैट्ची

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