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Published: Sep 11, 2024 Duration: 00:57:27 Category: Entertainment

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तो दोस्तों हम लाइव हाजिर हैं और आज बात करेंगे कि मलायका अरोरा के पिता जिनका पूरा नाम उन्होंने अनिल कुलदीप मेहता बताया कुछ अखबारों ने अनिल अरोरा छापा कुछ ने अनिल मेहता छापा उनके केस में अब तक क्या-क्या छापा गया है क्या-क्या छुपाया गया है क्या-क्या छुप गया है और क्या-क्या ऐसा है जो अभी सामने आना बाकी है मैं बात कर रहा हूं पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की भी मैं बात कर रहा हू हर उस फॉरेंसिक जांच की जिसका अभी सामने आना बाकी है विसरा भी सामने आएगा विसरा रिपोर्ट सामने आएगी तो ऐसी तमाम चीजें हैं रवि जी आप भी इस खबर पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और मेरी आपके साथ कल भी आज भी दिन भर बात हो रही थी और हम इस बात को य समझना चाह रहे थे कि पहली बात तो यह नाम को लेकर कंफ्यूजन हुआ और यह सबसे हैरानी वाली बात यह है कि जो मुझसे भी सीनियर पत्रकार हैं वह भी इस चीज को कह रहे थे कि हां हम इस बात को नहीं समझ पा रहे हैं कि कहां से क्या मामला हुआ है कि इतना बड़ा कंफ्यूजन कैसे हुआ जिसका अभी तक कोई सही जवाब ऑफिशियल सही जवाब नहीं मिला है आप कैसे देखते हैं इस सबको मैं आपको बताऊं मैं इसको बहुत फिल्मी तरीके से देख रहा हूं हां क्योंकि बॉलीवुड में हम देखते हैं ना फिल्मों में अचानक एक घटना होती है और जब आप उसको बहुत सीरियसली ले रहे होते हैं फिर एक ट्विस्ट आ जाता है फिर उसके आसपास एक रहस्य पैदा हो जाता है फिर वहां से एक नई कहानी खुलती है मुझे लग रहा कि ये पूरा मामला जो है उसी तरह से सुबह जब हमने खबर देखी तो सामने आया कि भाई अनिल अरोड़ा जो है इनके पिता अमृता अरोड़ा और मलाइका अरोड़ा के उनकी डेथ हो गई है उन्होंने सुसाइड किया है वो छत से गिरे हैं कूदे हैं जो भी तो उसी तरह से चलता रहा हम वही मानते रहे कि अनिल अरोड़ा सेकंड हाफ आते आते मतलब चार पांच छ घंटे बीते होंगे अचानक कुछ वेबसाइटों पे अलग ही फ्लैश हुआ कि और फादर की जगह स्टेप फादर तो भाई घंटी तो बजनी थी तो बज गई कि ये क्या है बकुल हा लेकिन जिन वेबसाइटों ने भी लिखा अनिल मेहता स्टेप फादर उन्होंने नीचे कहीं क्लेरिफाई नहीं किया कि वो क्यों लिख रहे हैं उनका क्या मतलब है मतलब वेबसाइटों प एक साथ दो तरह की खबरें चल रही फादर अनिल अरोड़ा स्टेप फादर अनिल मेहता अनिल मेहता वाले जो लिख रहे हैं वो सही लिख रहे हैं मैं अब इसलिए यह बोल रहा हूं क्योंकि मलाइका अरुणा ने भी जो अपना मैसेज लिखा है उसमें यही नाम लिखा है तो बिल्कुल ठीक है उन्होंने सही चलाया था अब स्टेप फादर वाले पर अभी भी कोई क्लेरिफिकेशन नहीं लेकिन लगभग लगभग वो तय ही माना जा सकता है भाई अभी तो है ना कि फ्रॉम द हॉर्सेज माउथ वाला मामला बचा हुआ है कि वो खुद आकर जो है कह दे एक बात और सामने आई है जो कि आमतौर पर भारतीय लोग इस बात को समझेंगे जो भारत से बाहर रहते हैं मैं नहीं जानता जैसे कहा जाता है कि एक जाति नाम हो होता है मेरे कई पंजाबी मित्र है उनसे मेरी बात हुई जो अलग-अलग सरनेम लगाते हैं कोई बतरा लगाते हैं कोई खन्ना लगाते हैं तो वो कहने लगे कि अरोड़ा एक ऐसा सरनेम है जो बहुत सारे लोग हम लगा सकते हैं जो मलिक लगाते हैं उन्होंने कहा साहब वो भी लगा सकते हैं बतरा वाले भी लगा सकते हैं जैसे मैं आपको अपना एग्जांपल देता हूं मैं ब्राह्मण फैमिली से ताल्लुक रखता हूं तो मैं मेरा सरनेम त्रिवेदी है लेकिन मैं अगर शर्मा लगाऊं तो वो भी ठीक है तो ऐसे भी कई बार कुछ सरनेम होते हैं भारत में जो कि आपके पूरे के पूरे कुनबे के लिए चल जाते हैं शायद रवि जी के साथ हमारा संपर्क छूट गया है अभी हमें दिखाई नहीं दे रहे थे रवि जी आप हमें देख पा रहे हैं क्योंकि हम आपको नहीं देख पा रहे यहां लाइट चली गई है मुझे आपकी आवाज आ रही है आप दिख रहे हैं हां आप भी मुझे दिख रहे हैं चलिए इसी तरह हम कंटिन्यू करते हैं मैं आपको बता रहा था मैं आपको ये बता रहा था कि कुछ सरनेम ऐसे होते हैं जो आप उनको जाति का सरनेम बोल ले या मतलब ऐसा कि जो बड़ा कॉमन होता है जैसे मैंने बताया कि मैं भी शर्मा लगा सकता हूं अपने नाम के आगे या मुझे मेरे कुछ दोस्तों ने बताया कि वो भी अरोड़ा लगा सकते हैं पर वो मलिक लगाते हैं बतरा लगाते हैं खन्ना लगाते हैं क्या यह वह मामला है एक दूसरी बात यह कही जा रही है य तो पहला पॉइंट हुआ दूसरा पॉइंट यह है कि कई बार सरनेम कैसे राइम करते हैं नाम के साथ इसलिए भी लोग चेंज कर लेते हैं जैसे कैटरीना का सरनेम कैफ नहीं है हमें पता है वो अच्छे से राइम करता है इसलिए कैटरीना कैफ कर दिया एक और चीज यह भी है कि जैसे अमृत अरोरा या मलायका अरोरा मलायका मेहता क्या उतना अच्छा राइम नहीं करता है देख सारी बातें कयास लगाए जा रहे हैं लोगों ने यह भी कहा कि क्या दो शख्स थे क्या पहले किसी अनिल अरोरा से शादी हुई और फिर किसी अनिल मेहता से हुई अब यह सारी बातें तब तक चला करेंगी जब तक इस पर एक ऑफिशियल कन्फर्मेशन नहीं आ जाता देखिए बात ठीक है लेकिन एक और चीज जो मैं देख रहा था हा अरोड़ा जो है वो पंजाब सरनेम है जी मेहता गुजराती है मतलब मैं कई कमेंट्स और वो सब चीजों की रिएक्शन जो मैं देख रहा था सर पंजाबी में भी होते हैं पंजाबी होते मुझे अच्छा मुझे नहीं पता यरी एक मेहता पंजाबी से ही बात हुई मैंने ढूंढ के निकाला उनको मैंने कहा मैंने कहा आपका सरनेम मेहता है बोले हां मैंने कहा क्या आप अरोड़ा लगा सकते हैं बो हा चाह तो लगा सकता हूं फिर उन्होने मुझे गिनाया क सरनेम इतने सारे सरनेम वाले भी लगा सकते हैं तो होता है ना हर किसी का अलग अलग हिंदुस्तान में अलल ये एक है लेकिन सवाल आता है अरोरा ही क्यों और मेहता क्यों नहीं वो भी आता है सवाल हा तो लेकिन इसके बाद जो पॉइंट आपने उठाया बिल्कुल ठीक है लॉजिकल भी है उसमें हमारे यहां पर जिस तरह का सिस्टम है चाहे उसको जाति का कहिए या सरनेम का कहिए इससे हमारी पहचान जुड़ी होती है लोग बहुत इंपोर्टेंस भी देते हैं हालाकि कई जगह पर चीज टूट रही चलिए य अलग मसला है लेकिन जो दूसरा मामला है वो अनिल मेहता हा जो नाम आया है और उनकी उनका उनकी डेट ऑफ बर्थ उनकी एज 1962 और मलाइका अरोड़ा की 1973 यस तो मतलब लोगों ने कहा कि ये 11 12 साल का ही फर्क है एज डिफरेंस जो है तो ये कैसे पॉसिबल हो सकता है कि अगर उनकी उम्र 12 साल का फर्क है अगर तो वो इस इनके पिता हो सकते हैं हा भा वो तो मलाइका अरोड़ा ने ही लिखा वो पोस्ट जो लिखा और उन्होंने जो पब्लिश किया उसमें वही 1962 की बर्थ दी हुई है इसका यही मतलब निकलता है कि वो भले ही उनको पिता कह रही हैं पूरे पोस्ट में पिता कह के संबोधित किया जा रहा है लेकिन वो बायोलॉजिकल फादर तो नहीं हो सकते मतलब रेयर केसेस में बायोलॉजिकल कहीं कभी होता होगा हुआ होगा वह एक अलग बात है लेकिन ऐसी तो कोई चीज यहां पर ना कभी अभी तक तो ऐसा केस नहीं हुआ है क् 11 साल में कोई किसी का बायोलॉजिकल फादर बन जाए हां मतलब दुनिया में कहीं ऐसे रेयर केसेस कभी हुए हो मतलब ढूंढने से शायद मिल भी जाए वो एक अलग बात हो लेकिन यहां तो हां और दूसरी चीज यह है यहां पे कि इस एज डिफरेंस के बाद में जो एक और बड़ी चीज जो मलाइका का जो एक बयान निकल के आया कोई एक अंग्रेजी मैगजीन को दिया हुआ कि भाई हमारी मां ने हमको अकेले पाला जब मैं 11 साल की थी तो वो पिता से अलग हो गई थी और अमृता जो थी वो 6 साल की थी तो हम मतलब उन्होंने फिर बड़ी तारीफ की कि मां की वजह से हमें डिसिप्लिन है और फेमिनिज्म और एक्स वाई जड जो भी चीजें आई उसमें इंडिपेंडेंट और ये सब कुछ अब उससे एक तस्वीर अलग यह बन रही थी कि इनको मां ने अकेले पाला है हां है ना पिता का कहीं रोल उस कहानी में पहले था ही नहीं और अचानक पिता आए हैं आप ये देखिए यहां पर हां तो उसके कारण से जब अचानक पिता आए तो अा लोग ठीक है बीच-बीच में सोशल मीडिया में तस्वीरें आती थी तो ठीक है कहानिया तो कभी बनी नहीं उसमें क्योंकि ये लोग हमेशा लो प्रोफाइल रहते जो इनके पेरेंट्स हैं इनको कभी बहुत हाई प्रोफाइल जैसा नहीं कभी न्यू ईयर क्रिसमस पार्टी ऐसा कभी कुछ इक्का दुक्का तस्वीरें मिली जो भी मलाइका ने पोस्ट की या उनकी मदर के बारे में अब आ रहा है कि वो फूड ब्लॉगर उस तरह से कि उनका अपना भी कोई चैनल है शायद ा पर या कहां पर तो वो जो है अब लोगों को पता चल रहा है वैसे ये लो प्रोफाइल रहते थे तो लो प्रोफाइल होने की वजह से कभी मलाइका के बारे में इनकी मदर साइड के बारे में ज्यादा बात नहीं उनकी हमेशा सुर्खियों में रहती है लेकिन या तो अरबाज खान सलमान खान खान फैमिली या फिर अर्जुन कपूर उनके आइटम नंबर्स इन्हीं सब चीजों की वजह से या फिर वो जो उनका जिम लुक होता है तो इन सब चीजों के लिए तो इर कभी बात आई नहीं और अचानक जब य आया अनिल मेहता तो उसके बाद में जो है लोगों ने थोड़ा सा फिर सवाल उठाने शुरू किए यार यह तो अरोड़ा है यह मेहता है दिमाग में आया लोगों एक बात यहां पर मेंशन करना चाहूंगा जिस वक्त य अरोड़ा और मेहता का कंफ्यूजन चल रहा था ठीक उसी वक्त ये भी कहा जा रहा था कि वह पंजाब के फजल का के रहने वाले थे हा जी बिल्कुल यह भी कहा जा रहा था तो आप देखिए ना कि अगर हम कुछ हमारे दर्शक लिख रहे हैं कि मेहता गुजराती सरनेम है या आपने भी अभी थोड़ी देर पहले कहा तो मेहता वैसे तो पंजाबी सरनेम भी होता है मैंने देखे हैं बहुत सारे पंजाबी क्लियर हो लेकिन साथ में आप ये भी कह रहे हैं यही तस्वीर दिखा के ये भी कह रहे हैं कि फजल का के रहने वाले थे पंजाब से आए थे तो यहां पे एक मामला है मुझे लगता है कि कहीं कुछ कंफ्यूजन है अब एक और तरीका जो मुझे लग रहा है कि हो सकता है जहां हमारा ध्यान नहीं गया है कि ये जो पोस्ट क्रिएट की है क्या यह पोस्ट मलायका ने ही कि क्योंकि इस समय उनकी मन स्थिति ऐसी नहीं होगी कि वह ऐसी पोस्ट क्रिएट करें हो सकता है यह काम उन्होंने किसी को सौंपा हो और जिसको सौंपा हो उससे यह गलती हो गई हो चाहे तो डेट ऑफ बर्थ वाली मैं सरनेम वाली गलती तो नहीं कहूंगा लेकिन हो सकता है डेट ऑफ बर्थ वाली गलती हो गई हो 42 की जगह 62 आ गया हो यू नेवर नो मैं इसको ऐसे नहीं देख रहा हूं उज्वल जी मैं इसको साफ तस्वीर की तरह देख रहा हूं इतनी देर नहीं लगती मतलब अगर मान लीजिए चलिए पोस्ट हो भी गया सारी बातें हो भी गई तो मलाइका उनकी फैमिली या फ्रेंड्स 24 घंटे तो चुप नहीं बैठने वाले थे है ना ये चीजें हैं और दूसरा वो जो खबरें आई अगर वैसा नहीं होता तब भी कहीं ना कहीं सी रिएक्शन आ जाता वो डायरेक्ट नहीं देती तो उनकी फैमिली से कोई बोलता उनके सर्कल से कोई बोलता तो मुझे ऐसा लगता है कि तस्वीर जो है बहुत साफ है अब यह है कि हमें सिर्फ उनके मुंह से सुनना बाकी है और यह जो है पूरा कंफ्यूजन जो है इस वजह से है क्योंकि जो कहा जाता है गलत नहीं कि बॉलीवुड के लोगों की जो है ना बड़ी रहस्यमई दुनिया होती है जी ये सामने कुछ और दिखते हैं और पीछे कुछ और दिखते हैं पीछे इनके हालात कुछ और होते हैं कल आपने जो लाइव किया उसमें आपने बहुत सारी बातें कही है ना तो वो डायरेक्ट इनडायरेक्ट वो यही बातें हैं कि सामने कुछ और है पीछे कुछ और है तो सामने का मुखौटा नकली है देखिए और इससे एक चीज और पता चलती है कि ये कितने ही बड़े सितारे हो कितना ही इनका ग्लैमर हो कितना ही जी नप सब कुछ हो दुनिया जहान हो लेकिन ये बहुत बहुत बहुत साधारण इंसान हां एकदम साधारण इंसान है हमारी आपकी तरह हमारे देखने वाले दर्शकों की तरह कुछ भी अलग नहीं है तो ये बात जो है ना तमाम परिवारों में ऐसी कहानियां होती है तमाम परिवारों में ऐसे रहस्य होते हैं जिसको कि वो छुपा कर रखना चाहते हैं वो अपने बाहर अपने आसपास के समाज में दुनिया में उनको प्रकट नहीं करना चाहते उनको लगता है कि यह रहस्य हमारे ही परिवार का है तो यही रहे किसी को पता ना चल जाए लोग क्या सोचेंगे दुनिया क्या सोचेगी डर सबके मन में होता है और कम ज्यादा करके चीजें होती है परिवारों में तो यह उसी तरह का मामला है अब यह है कि जब समय बीत जाएगा तो मुझे लगता है कभी ना कभी तो मलाइका से पूछा ही जाएगा कभी ना कभी उनकी बहन से पूछा ही जाएगा और जिस तरह से पुलिस ने तो हालांकि खल से आज तो क्लीन शट दे दीए मुझे लगता है एक खबर में देख रहा था कि पुलिस ने इसको सुसाइड दो तीन दो तीन चीजें हैं जो मुझे लगता है कि अगर मतलब मुझे मौका मिलता मैं इंटरव्यू करता उस फॉरेंसिक एक्सपर्ट का तो मैं तीन चार सवाल जरूर पूछता मैं अपने दिन भर के वीडियोस में भी सवाल उठाता रहा हूं देखिए ऊपर से गिरने के हमेशा तीन कारण होते हैं पहला कि आपको किसी ने धक्का दिया दूसरा आप खुद कूदे या तीसरा आपका पांव स्लिप हुआ और तीनों ही तरीके का गिर जो है वो अलग-अलग तरीके का होगा जब जब कोई धक्का देगा उसका फोर्स अलग आप खुद कूदे उसका फोर्स अलग और धोखे से गिरे उसका फोर्स अलग ऐसे में शरीर पर आने वाली जितनी भी चोटें हैं वह अलग-अलग तरह की होंगी एक ही तरह की नहीं हो सकती तो फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने ठीक है यह कहा है कि गहरी चोट लगने की वजह से मृत्यु लेकिन वह जो गहरी चोट है व जो हाथ का पश्चर है वह क्या था पांव का पोचर क्या था तो यह तमाम चीजें हैं जो हमें समझनी पड़ेंगी कि वो पश्चर किधर जा रहा था अभी यह साफ नहीं है देखिए निश्चित तौर पर मैं कोई फॉरेंसिक एक्सपर्ट नहीं हूं मैं सिर्फ एक पत्रकार हूं लेकिन क्योंकि मैंने ऐसे केसेस को ध्यान से पढ़ा है तो मैं जानता हूं कि सवाल पूछे जाने चाहिए एक बात दूसरा अभी विसरा रिपोर्ट भी आना बाकी है जो हमें यह बताएगी कि उनका लास्ट मील क्या था और वह मृत्यु से कितने घंटे पहले था दूसरी बात तीसरी बात यहां पर यह है कि परिवार का लगातार यह कहना कि कोई बीमारी नहीं थी सिर्फ घुटनों में समस्या थी और साथ ही परिवार यह भी कह रहा है कि उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से कहा कि आई एम सिक एंड टायर्ड सिक एंड टायर्ड ऑफ व्हाट नी पेन और सम अदर पेन या कुछ और चल रहा था भाई एक तरफ आप कह रहे हैं उस व्यक्ति को कोई समस्या नहीं थी और दूसरी तरफ कह रहे हैं कि वो सिक एंड टायर्ड था तो किस चीज से एक और चीज यह जो फ्लैट बताया जाता है जो मेरी जानकारी में आया है वो यह है कि एक ही फ्लोर पर दो फ्लैट लिए गए थे एक में जयस रह रही थी जो कि उनकी पूर्व पत्नी थी लेकिन इन दिनों साथ रह रही थी एक फ्लैट में रहते थे एक ही फ्लोर पर दोनों फ्लैट थे तो आखिरी संवाद कब हुआ है यह भी कहा गया कि एक रात पहले बेटियां मिलकर गई या दो रात पहले श्यर नहीं है लेकिन ज्यादातर लोग कह रहे हैं कि एक रात पहले क्योंकि वो एक तस्वीर सामने आई थी वीडियो था जिसमें मलायका घर से निकल रही है तो उस वक्त क्या बात हुई थी क्या डिस्कशन था सुबह अगर ऐसा कदम उठाया गया तो रात भर कुछ चला होगा और उससे एक रात पहले ही मुलाकात हुई है तो तमाम चीजें मुझे लगता है कि जब कोई इन्वेस्टिगेशन करेगा इन सारी चीजों पर सवाल पूछे जाने चाहिए और पूछे जाएंगे भी नहीं सवाल खत्म नहीं हुए जो चीजें आप कह रहे हैं ना बिल्कुल ठीक बात है और सवाल ना केवल पुलिस के मन में होंगे आम लोगों के मन में भी है जो इन सारी चीजों को कल से देख रहे हैं और सवाल तो है सवालों के जवाब जो है सेटिस्फेक्ट्री जवाब तो मिलने चाहिए और मुझे लगता कहीं ना कहीं यह बात आएगी तो अभी तो खैर वही जैसे मैंने कहा कि इनिशियली जो आया है की जो इंजरी की बात हुई कि इंजरी से मौत हुई है लेकिन बहुत सारे सवाल है अभी कोई केस तो क्लोज हुआ नहीं है लेकिन पूछे जाएंगे और जो चीजें आप कह रहे हैं कि सामने आई है भाई यह बात सही है कि एक व्यक्ति अगर बीमार नहीं था उसको कोई शारीरिक तकलीफ नहीं थी उसको कोई मानसिक तकलीफ नहीं थी संपन्न था परिवार था सब कुछ होने के बाद भी अचानक जो है अगर एक दिन उसकी गिर के मौत हो जाती है तो जैसे आपने कहा कि किस तरह से गिरा ये सारी चीजें जो है इस पर सवाल होंगे और सामने तो आएंगी चीजें और वो जो क्रिप्टिक पोस्ट भी एक मलाइका के एक दिन पहले का चल रहा है मैं एग्जैक्ट तो वर्ड्स ध्यान नहीं आ रहे हैं कि जो लोग आपके सुख में सुखी होते हैं और दुख में दुखी होते हैं आपको उनका बहुत ख्याल रखना चाहिए कुछ इस तरह का है वो जी जी तो ये चीजें मुझे ऐसा लगता है कि देखिए अ भले ये हादसा हो जो भी हो लेकिन असली मुद्दा वही है कि ये जो मेहता और अरोड़ा वाला मामला आया है कम से कम इस सवाल का जवाब तो लोग चाहेंगे ही चाहेंगे भले ही जो सवाल आप कह रहे हैं जो एक्सीडेंट से जुड़े हुए उस हादसे से जुड़े हुए हैं उसमें जो भी रिपोर्ट आए मतलब उसको क्लोज भी कर दिया जाए उसको सब सेटिस्फेक्ट्री भी मान लिया जाए लेकिन यह एक बड़े सवाल की तरह सामने आएगा कि मलाइका अरोड़ा जो या अमृता अरोड़ा जो है इतने समय से एक्ट्रेस है फिल्म इंडस्ट्री में सोशल और पब्लिक लाइफ में है तो यह जो अरोड़ा सरनेम का मामला और जब के फादर की डेथ होती तो उनका मेहता कहा जाना उनको मेहता लिखा जाना तो लोग चाहेंगे कि इन चीजों को क्लियर किया जाए मुझे लगता है शायद इनको क्लियर करना ही होगा मतलब ऐसा नहीं कि इनको अनंस जो है वो छोड़ दिया जाएगा मैं यहां प दो बातें कहना चाहूंगा रवि जी देखिए पापा का सरनेम लगाकर रखना और पापा के साथ ना रहना बताता है कि कहीं ना कहीं किसी स्तर की तो क्लोजन थी वरना उस सरनेम को भी किया जा सकता था अगर हम यह मान ले कि अनिल मेहता है और कोई अरोरा साहब दूसरे थे मैं उस डायरेक्शन में जा रहा हूं जी तो वो अरोरा साहब कहां है कहां रहते हैं कभी उनका जिक्र हमने सुना या वो वाकई अरोरा ही है मतलब तमाम चीजें है ना कि ऐसा नहीं है कि एक तो होता है कि मां अलग हो गई और बच्चों ने बिल्कुल भुला दिया और सरनेम भी ड्रॉप कर दिया आजकल तो आप अपना नाम कितनी भी बार बदल सकते हैं गजट में देना है आप 50 नाम रखिए बिल्कुल एक चीज दूसरी चीज जो इस पूरे वाकई में हमारे सामने आई है क्योंकि हमें अच्छा बुरा राइट लेफ्ट सब देखना चाहिए हम एक तरफ यह कह रहे हैं कि हां रिश्ते खोकले हैं और बहुत कुछ अलग है लेकिन आप यह देखिए कि इस पूरे मामले में सबसे पहले पहुंचने वाला शख्स अरबाज खान मलाइका का एक्स हस्बैंड अब या तो जो मलाइका की मां है जॉयस वो फोन करती है अर बास को या मलाइका ने खुद ने फोन किया यह नहीं पता लेकिन वहां सबसे पहले मैंने जो सबसे पहला फुटेज देखा व अवास खान को मैंने गेट पर खड़े हुए देखा एक बात दूसरा अर्जुन कपूर का पहुंचना चलिए अर्जुन कपूर से तो हाल फिलहाल तक सब कुछ था ही तीसरा शुरू में कहा गया कि अर्पिता नहीं पहुंचेंगी क्योंकि अर्पिता और मलायका का आंकड़ा बहुत अलग था 36 का आंकड़ा क्योंकि अर्पिता को डेट कर रहे थे पहले अर्जुन ये कहा गया और बाद में फिर मलायका की एंट्री होती है सलमान खान का पूरा परिवार पहुंचा जाहिर है सलमान खान सिक्योरिटी कारणों से नहीं पहुंचे होंगे या जो भी रहा होगा अर्पिता बहुत लेट आई तो कहीं ना कहीं इनके कैसे समीकरण है वह भी पता लग रहा है और हां वह लोग जो अक्सर हैंग आउट करते हैं मलायका के साथ चाहे वो करीना है करिशमा है अमृता है वो सब के सब वहां पहुंचे नजर आए दिखाई दिए तो कुल मिलाकर एक तरफ हम यह भी कहते हैं कि मलायका रोरा ने कौन सी बॉलीवुड फिल्म में काम किया है कुछ लोग कहते हैं वह सलमान की भाभी नहीं होती तो उनको पूछता कौन कुछ लोग कहते हैं वो दो चार आइटम नंबर ही किए उन्होंने कुछ भी कह लीजिए लेकिन कहीं ना कहीं इंडस्ट्री में एक जगह तो है मलायका की ऐसा नहीं कह सकते कि इंडस्ट्री में कोई जगह नहीं है हम इस पर बहस कर सकते हैं उन्होंने काम क्या किया है लेकिन हम इस पर बहस नहीं कर सकते कि वह आज इंडस्ट्री की इनसाइडर है और इनकी मां एक अखबार में टाइपिस्ट के पद पर थी और स्पेस सेलिंग डिपार्टमेंट में थी जो अखबारों में होता है जो एडवर्टाइजमेंट सेल करते हैं तो कुल मिलाकर कहीं ना कहीं एक एंट्री और एक जगह तो बनाई मलायका ने ठीक है कि वो एक्टिंग में नहीं जा पाए अमृता रोड़ा का तो करियर कुछ भी खास नहीं रहा वो तो तब भी एस अ एक्ट्रेस दिखाई दी मलायका तो उतना भी कहीं एस एन एक्ट्रेस तो कहीं दिखाई नहीं तो ये बहुत सारी चीजें है मतलब एक बात मैं कहूंगा इन सारी बातों को कहते हुए कि एक रहस्य वाली बात तो है एक रहस्य तो जुड़ा हुआ है ही मलायका से कि कैसे उनकी एक बिल्कुल नॉन फिल्मी बैकग्राउंड से आकर फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री होती है बिना फिल्मों में काम किए हुए भी लोग तो यहां फिल्मों में काम करते हुए जगह नहीं बना पाते हैं मलायका रोड़ा के ऊपर शो बन रहे हैं कई शो में वो एस जज आ रही है जज कब बनता है व्यक्ति जब वह जिंदगी में कुछ कर चुका होता है लेकिन मलायका ने क्या किया य वही बेहतर जानती होंगी व बजे थी पहले तो कुल मिलाकर मामला यह है कि हां एक मिस्टीरियस पर्सनालिटी तो है और यह मिस्ट्री और गहरी हो जाती है जब साथ में एक ऐसा सरनेम जुड़ जाए जिस जिसका पता ना चले कि सरनेम आया कहां से मलायका के साथ अरोरा तो सबने देखा लेकिन अरोरा कहां से आया यह कोई नहीं जान पाया मुझे लगता है इसके लिए लोग अब लगेंगे इसकी तलाश जो है शुरू होगी क्योंकि अब यह पहली बार सामने आया है देखिए और ये कोई पहला केस नहीं ऐसा पहले भी हुआ है मुझे याद आरहा है शीना बोरा वाला जो केस है जी शीना बोरा मर्डर केस हुआ था उसमें जो तीसरी बेटी थी उनकी हां मतलब शुरू में तो किसी का कौन किसका फादर है ये तो क्लियर ही नहीं होता था एक शीना आई फिर उसके बाद उसका भाई आया फिर एक तीसरी बेटी भी आ गई पेरेंटिंग को लेकर भी तमाम तरह की बातें होती रही फिर एक शख्स निकल के आया फिर दूसरा निकल के आया फिर पीटर मुखर्जी या फिर पता चला वो गोद वो बड़ा उलझा हुआ मामला लेकिन जब परत खुली उसमें तो एक के बाद दूसरा दूसरे खन्ना भी निकल के आया उसमें फिर एक और वह शख्स निकल के आया था जिसने जिसको व चेज किया गया था वो अपना हेलमेट हेलमेट पहन के जो है बाइक पे था वो तो उसके बाद में शायद कभी सामने ही नहीं आया तो ऐसे लोग निकल के आते वहां भी नाम से ही प्रॉब्लम शुरू हुई नाम की ही समस्या थी वहां भी इसका क्या नाम उसका उसका सरनेम यह क्यों उसका नाम यह क्यों इसी तरह से मुझे एग्जैक्ट बहुत डिटेल याद नहीं आ रहा पर मुझे ये समझ में आ रहा है वहां भी नाम से ही शुरुआत हुई थी तो हो सकता है कि अब कोई जो हो अनिल अरोड़ा को ढूंढना शुरू कर दे हम कह तो देते हैं कि नाम में क्या रखा है लेकिन असल में नाम में बहुत कुछ रखा है क्योंकि नाम आपकी पहचान होता है आप पहचाने उस नाम से जाते हैं तो आप ये नहीं कह सकते नाम में क्या रखा है नाम में बहुत कुछ र नाम हटा देंगे तो आपको हम बुलाएंगे किस नाम से पहचानेंगे किस नाम से अगर हमें खबर देनी होगी कि किसके साथ क्या हुआ तो पहली बात तो नाम का जिक्र आता है और नाम के बाद सरनेम इंपॉर्टेंट होता है क्योंकि सरनेम आपकी फैमिली को बताता है तो ये तमाम चीजें हैं और मुझे लगता है कि आने वाले समय में और भी कई सारी चीजें निकल कर बाहर आएंगी देखिए अभी बहुत सारे ऐसे लोग निकलेंगे जो उनके बिल्डिंग के पड़ोसी होंगे उस सोसाइटी के मेंबर्स होंगे जिनके साथ वो बात करते थे कोई पुराने बचपन के दोस्त यार कोई कलीग निकल कर आएंगे जो बताएंगे कि भाई उन्होंने किसी से कुछ तो साझा कि होगा एक आदमी जब दर्द में होता है तो किसी को कुछ तो बोलता है या लोगों को सामने कुछ तो दिखता है इस तरीके का इस तरीका इस तरीके की जो पूरी स्थिति बनी है उसमें मैं एक चीज कहना चाहूंगा जोर देकर चाहे जैसे भी इनके संबंध हो चाहे जैसे भी ये दिखते हो लेकिन ऐसे मौके पर अर्जुन का आना अर बास का आना बताता है कि कहीं कुछ है कुछ है जो होल्ड करता है इसको हा नहीं ठीक है बट इसमें यह भी हो सकता है कि भाई उनका कमिटमेंट जो है वो या उनका रिलेशन जो है वो मलाइका से है और ऐसे समय में आदमी खड़ा होता है साथ में वही कहना चाह रहा हूं मतलब उसकी अनिल मेहता के लिए कोई नहीं आया था वो तो अनिल मेहता के लिए कोई नहीं आया वो हां अब ये अलग बात है कि उनको ये डिटेल्स या उनको इस तरह की अंदर की जानकारियां पता थी या पता चला कि कल उनके सामने भी पहली बार खुला मतलब यह भी हो सकता मेरे साथ यही हुआ आप जानते ही है कल मैंने किसी को फोन किया जो अरबाद के साथ पिछले 25 सालों से काम कर रहे हैं तो मैंने उनको जब सवाल पूछा तो उन्होंने कहा अरे हां मैंने तो ध्यान ही नहीं दिया मैं भी कंफ्यूज हो गया तो उन्होंने कहा मैंने कहा 25 साल से उनके साथ काम करें आप उ कहा नहीं मैंने कभी ध्यान नहीं दिया इस बात पर और वो भी कंफ्यूज थे तो मतलब जो क्लोज लोग हैं उनके साथ काम कर रहे हैं वो भी कन्फ्यूज्ड है कि ये क्या मामला है कौन मेहता और कौन अरोरा है और मुझे बड़ी हैरानी हुई कि हमारे बॉलीवुड इंडस्ट्री के कुछ सो कॉल्ड जर्नलिस्ट जो खुद को बड़ा ही ऐसा बताते हैं कि हम हर खान पार्टी में रहते हैं हम तो उनके साथ ही घूमते हैं उनके घर प ही रहते हैं वो भी इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए बड़े-बड़े जिसको धुरंधर कहते हैं ना बॉलीवुड के जो बिल्कुल इनसाइडर बने घूमते हैं तो वो भी नहीं बता पाए यानी इसका जवाब आज की डेट में फिलहाल मुझे नहीं पता किसके पास है आ आई एम डट श्यर कि इसका जवाब शायद अरबाज खान से भी पूछा जाएगा तो कहेंगे यार मुझे भी नहीं पता अम मलायका ही बता सकते हैं कल यह जो घटना हुई है ना इसमें एक और चीज हुई है मैं इसको दूसरे एंगल से भी देख रहा था कल इसमें बॉलीवुड का जर्नलिज्म पूरी तरह से एक्सपोज हो गया हा हम लोग अक्सर जो है काफी समय से इस बात को कह रहे हैं कि बॉलीवुड का जर्नलिज्म मर चुका है चाहे वो हिंदी का हो चाहे अंग्रेजी का हो और मर इसलिए चुका हो म मर इसलिए चुका है क्योंकि अब आपके सीधे कनेक्शन रह ही नहीं गए बॉलीवुड में कोई बोल ही नहीं सकता है क्योंकि ये पीआर की और मैनेजर की इतनी बड़ी दीवार खड़ी कर दी गई है वो की फिल्म इंडस्ट्री के लोगों ने लेकिन ये अब उनके ऊपर भी भारी पड़ रही है बहुत सारे लोग अपना दर्द इस पर बयान करने लगे हैं तो खैर वो अलग मुद्दा हम उस पर कभी और बात करेंगे ये इतनी बड़ी दीवार खड़ी हो चुकी है कि मीडिया की एंट्री ही नहीं है बॉलीवुड मीडिया में लोगों के लिए अब संभव ही नहीं है कि वह किसी एक्टर के साथ डायरेक्टर के साथ प्रोड्यूसर के साथ अपने सीधे संबंध रखे उससे बात करें उसके साथ उसका उठना बैठना हो उसके घर आना जाना हो वो उसकी फैमिली को जानता हो वो उसकी प्रोफेशनल लाइफ को बहुत गहरे से जानता हो अब यह खत्म हो चुका है इसकी और यही वजह है कि कल मीडिया में एक आदमी के दोदो नाम चल रहे थे कोई क्लेरिटी नहीं थी जो स्टेप फादर होने का दावा कर रहे थे वो भी लिख नहीं पा रहे थे कहीं से उड़ती उड़ती चीज आई थी ये दरअसल उड़ती चीज कहां से आई थी यह भी मुझे बाद में समझ में आया कि जिस बिल्डिंग में यह हादसा हुआ वो जो नीचे प्लेट लिखी होती है नेम प्लेट वहां अनिल मेहता लिखा था सिक्स फ्लोर तो वो वहां से सिक्स फ्लोर और शायद जो इंस्पेक्टर थे उनसे किसी ने पूछा था कि यह अनिल अरोड़ा है कि अनिल मेहता तो उन्होंने शायद य कहा था अनिल मेहता तो यह वहां से और फिर कहीं कहीं से कुछ किसी ने तार जोड़े होंगे पर तस्वीर कोई साफ नहीं कर पा रहा था तो आप देखिए बॉलीवुड के अंदर जो मीडिया के सोर्सेस है वह मर चुके हैं दफन हो चुके हैं गड़ गए हैं अभी कोई यह दावा नहीं कर सकता यहां पे कि नहीं हमने बॉलीवुड में जो है जर्नलिज्म का झंडा उठा के रखा है और हमको तो सारी खबरें हैं हमारे फलाने एक्टर के साथ संबंध है और दोस्ती है बिल्कुल नहीं ये कल एकदम डेड शोर हो गए इस बात को लेक मतलब और अगर बॉलीवुड के पास सोर्सेस होते अगर बॉलीवुड के बॉलीवुड में अगर जर्नलिस्ट के सोर्सेस होते चाहे वो प्रिंट के हो इलेक्ट्रॉनिक के हो या डिजिटल के हो बहुत सवाल उठाए गए होते इस मामले पर ये पक्का मैं बता रहा हूं कोई रिपोर्ट टीवी पर ऐसी नहीं चली हो डिजिटल में और अखबारों में तो छोड़ ही दीजिए कि जो उस पूरे मामले पर सवाल उठा रही हो आप भले ही कहिए कि चलिए सनसनी पैदा होती है इससे सनसनी एक अलग चीज है मगर जो जेनन सवाल जिनकी हम यहां आज बात कर रहे हैं ये तो कली टीवी पर यह बातें हो जानी चाहिए थी या यह कली ही पूरे मीडिया में बात हो जानी चाहिए सवाल ही नहीं उठा कोई एक भी सवाल नहीं उठा एक घटना की जैसे रिपोर्टिंग होती है और एक और मजे की बात मतलब कहीं से प्रिंट में एक कॉपी चली मतलब मलाइका अरोड़ा के फादर की डेथ हुई फिर सुबह 9:00 बजे यह हुआ फिर उनकी मां का यह बयान आया फिर मलाइका अरोड़ा ने अपने इंटरव्यू में कहा था 11 साल की थी मदर फादर अलग सेम कॉपी पूरे मीडिया में इलेक्ट्रॉनिक में प्रिंट में डिजिटल में चल रही थी मतलब लग रहा था कि सब एक दूसरे से मतलब कहीं वो होता है ना कि प्रिंट निकाल लिया और सब एक ही चीज पढ़ रहे हैं आपको लग ही नहीं रहा था कि कोई रिपोर्टिंग हो रही है यह इतना बुरा हाल हो चुका है और यह कल उसका सबूत जो है वो दिखाई दिया है तो इस घटना के साथ दो चीजें मतलब जो मलाइका अरोड़ा के फादर की जो डेथ हुई है जो स्टेप फादर भी कह रहे हैं उस पर बहुत सारी बातें हो रही वो तो हुआ ही हुआ बॉलीवुड का क्या हाल है किस तरह से कितना वो गड़ चुका है अंदर उसका अस्तित्व खत्म हो गया है यह भी सामने आया ये तो अब सारे मीडिया हाउसेस को जो है अपने अंदर झाक के देखने की जरूरत है कि उन्होंने क्या कर दिया उन्होंने ही खत्म किया है क्योंकि उन्होंने कमजोर लोगों को अपने यहां पर बैठाया और ऐसे लोगों को बैठाया जिन्होंने इन पीआर लोगों को अपने सिर पर चढ़ने दिया जिन्होंने जो एक्टर्स थे डायरेक्टर प्रोड्यूसर थे उनको तुरंत टाइट नहीं किया अरे भाई आपका क्या स्वार्थ है सबको दोस्ती करनी है वहां पे सबको पीआरओ से कोई फायदा लेना है मतलब ये स्थिति आपने बना दी ये तो कल एक्सपोज हो गया मतलब ये बात तो एकदम साफ हो गई अब कोई दावा नहीं कर सकता कि हम बॉलीवुड के बहुत बड़े जर्नलिस्ट है और हमारे पास तो एक एक खबर रहती है हम सबकी खबर जानते हैं अभी भी नहीं पता है किसी को चीजें इस पूरे मामले में और मैं इसलिए कह रहा हूं कि ये मलाइका अरोड़ा ही बताएगी खबर तो खरब खबर लोगों को नाम तक सही से नहीं पता है खबर तो बकुल बिलकुल हां क्या कोई था कि मतलब एसएमएस का जमाना चली अब तो ् प आ गए कि दो व मैसेज ही कोई इतना क्लोज रहा हो कि उन्हें मलाइका को मैसेज डाले या अरबाज को डाले या अमृता अरोड़ा को डाले और उनका जवाब हासिल कर लिया हो कहने को आप इतने एडवांस हो गए कि हमारे पास तो ये ये साधन है बातचीत करने के और एक सेकंड में यह कर देंगे एक सेकंड कहां गया भाई आपके संबंध ही खत्म हो चुके हैं आपको जड़ से उखाड़ कर फेंक दिया गया है आप कहीं नहीं रह गए हैं और और इसके जिम्मेदार खुद जर्नलिस्ट इसलिए क्योंकि आपने इतनी ज्यादा कहते हैं ना बूट लिकिंग कर ली है कि आप खुद ही वहां से बाहर हो चुके हैं मतलब अब आपकी भी हिम्मत नहीं पड़ेगी कि आप कहे सीना उठा के कि भाई मुझे सवाल का जवाब चाहिए मैं आपसे सवाल पूछ रहा हूं क्योंकि आपने अपना दूसरा रूप बना लिया है या बन गए हैं या आप उस दबाव में आ चुके हैं और आज से नहीं बहुत पहले से एक और बात यहां पर हमें समझनी होगी कि खासकर मैं मुंबई से बाहर रहने वाले लोगों के बारे में बात कर रहा हूं इस समय कि मुंबई को लेकर एक बहुत अलग तरह की इमेज है फिल्म इंडस्ट्री को लेकर एक बहुत तरह की इमेज है ऐसा लगता है कि पर्दे पर जिनको देखते हैं स्क्रीन पर देखते हैं ना जाने इनकी जिंदगी कितनी हसीन होगी य तो सब कर लेते होंगे इनके कंट्रोल में सब होगा जो चाहते होंगे कर लेते होंगे लेकिन आप देखिए ना कि आप चाहे मलायका रोरा को ले या अमृता को ले इनके पास इतना पैसा है इतनी अच्छी अर्निंग है जो शायद हमारे बहुत सारे लोग कई कई साल की मेहनत जीवन भर की मेहनत में उतना नहीं कमा पाएंगे उतना कमाते लेकिन आप देखिए ना कि वोह बिखराव यहां पर उसी तरह से दिख रहा है जैसे कि एक किसी और असहाय व्यक्ति के परिवार में हो आज दुख में है लेकिन कभी उस चीज को टटोल नहीं पाए परिवार ठीक है कि हमने बहुत सारे फोटो देखे कि वह साथ में क्रिसमस मना रहे हैं साथ में लंच डिनर पर जा रहे हैं साथ में सब कुछ हो रहा है लेकिन उसके बाद भी कितनी बेचैनी है जिंदगियों में कितनी बिखरी पड़ी है कितनी जड़ से उखड़ी हुई जिंदगी है जो सिर्फ बाहर से देखने में चमकीली लग रही है ये ये एक अलग तरह की विडम बना है आप क्या सोचते हैं इस पर बिल्कुल जो आप कह रहे हैं वो ठीक है लेकिन इसको मैं ऐसे भी देखता हूं कि जिन तस्वीरों का आपने जिक्र किया क्रिसमस न्यू ईयर बर्थडे जी दरअसल वो उतना ही समय है जो साथ में गुजारा जा रहा है और उन तस्वीरों के लिए यस उसके अलावा नहीं है वो साथ में और मतलब हमको यह भी स्वीकार करना चाहिए कि जो यहां पर दिख रहा है वही कम ज्यादा करके वो हम सबकी जिंदगी में भी आता जा इस पूरे समाज में हम लोग इकट्ठा होते हैं तो चलो फोटो खींच लेते हैं चलो वीडियो बना लेते हैं हम इकट्ठा नहीं होते हैं अगर फोटो खींचने का ओकेज बन रहा है हम बहुत सुंदर तैयार होके बढ़िया और सज धज के और उस वक्त अच्छी सी मुस्कान चेहरे पर चिपका के बड़े एटिकेट्स के साथ में बड़ा अपनापन दिखाते हुए मिलते हैं और सब लगता है कि कितना सुंदर है फिर वो सुंदर तस्वीरें बन जाती है बढ़िया एटमॉस्फियर के साथ में बढ़िया म्यूजिक के साथ में खूब अच्छे ड्रेस अप सज दज वीडियो और बस उसके बाद अलग होते फिर मुड़ के नहीं देखते फिर वापस अपने अपने चल देते हैं यह यहां नहीं य पूरे सोसाइटी का जो है यह सच बनता जा रहा है और इससे सबक लेना चाहिए क्योंकि उसके बाद में फिर वह जो ऐसे अनिल मेहता जैसे जो लोग बचे रह जाते हैं वह जो पीछे छूट वोह तो छूटे ही है क्योंकि आपके साथ हादसा नहीं हुआ इसलिए भी आपकी खबर नहीं आई है कि आपके साथ भी वही हो सकता है आप भी उसी डेंजर जोन में है आप यह मत समझिए कि एक ही आदमी की खबर आई है सब उसी उसी डेंजर जोन में खड़े हुए हैं तो य समझना चाहिए कि एक सोसाइटी के रूप में जो है आप किधर जा रहे हैं अभी म कई बार क्या होता है ना ् प बड़ी मतलब आप ठीक है हम उसको चाहे व यूनिवर्सिटी कहे कुछ कभी-कभी बड़ी खूबसूरत चीजें आ जाती है एक आज ही की बात है मैं देख रहा था एक तस्वीरों की सीरीज बनी हुई है एक ही फोटो में सबसे ऊपर सबसे पुरानी वाली जॉइंट फैमिली दादा दादी नाना नानी परदादा यह वो फिर होते हुए फिर एक फैमिली आई जिसमें सि दादा दादी और मां बाप बच्चे फिर एक आई जिसमें सिर्फ दो बच्चे और वो मां-बाप दिखे फिर एक तस्वीर आई जिसमें मां-बाप और एक बच्ची दिखी और सबसे नीचे की तस्वीर बहुत खतरनाक थी एक कपल है और गोदी में कुत्ते का बच्चा है मतलब उसने पूरा डिफाइन कर दिया भाई अगला स्टेप बता दिया वो हो ही रहा है बता के तो आप देखिए कितना खतरनाक है ये और यह बात सही है कि जैसे जैसे हम इस तरफ बढ़ रहे हैं जिस सोसाइटी या जिस फैमिली के सिस्टम की तरफ जो हमने बना लिया है हकीकत यह है कि सब लोग अपने अपने में बिजी हैं मतलब आपका भाई आपकी बहन आपके मां बाप चाचा मामा दादा नाना बुआ जितने रिश्ते हो सकते हैं ममेरे चचेरे सब अपने इंडिविजुअल के रूप में बिजी है और कल अगर आपको जरूरत पड़े तो वो फिर खाना पूर्ती के लिए आते हैं क्योंकि उसकी वजह है क्योंकि वो कहीं एंगेज है उनका आपसे कनेक्शन नहीं आपसे तो ये नाम भर का नाता है रियल कनेक्शन कहीं और जोड़ हमने तार काट दिए हैं और हम अपनी जड़ों से दूर हैं हम मोबाइल फोन में घुसे हुए हैं या हम उस नकली दुनिया में घुसे हुए हैं और ये हम सब पर लागू है मतलब यहां बैठकर अगर ज्ञान दे रहा ऐसा नहीं मैं कहीं बाबाजी हूं मैं ज्ञान दे रहा हूं मुझे सारा ज्ञान कहीं ना कहीं मैं भी उसका हिस्सा हूं आप भी उसका हिस्सा है हम सब उसका हिस्सा है क्योंकि हम नए जंजाल में इस कदर जकड़े हुए हैं इसका अगर हमें एहसास भर हो जाए ना तो ही बहुत बड़ा बदलाव हो जाए कईयों को तो एहसास ही नहीं है मतलब ये बड़ा कॉमन सीन होता है कि पांच लोग बैठे हैं छह लोग बैठे हैं और सब के सब अपने मोबाइल में लगे हुए हैं हालांकि अभी भी बहुत सारे लोग मोबाइल में लगे होंगे और लोग हमें मोबाइल में ही देख रहे होंगे लेकिन मैं बताना चाह रहा हूं कि उस मौके का कि जब आप अपने परिवार के लोगों से मिलने बैठते हैं त्यौहार के मौके पर सबको होता है कि साथ में फोटो खिचाओ और अपने अपने ा प फ पर डालो और किसको कितना लाइक आया कितना कमेंट आया मतलब हम खुद उतने नकली होते चले जा रहे हैं और हमने कहते हैं ना कि एक अपने आप को एक ऐसे जंजाल में बांध लिया है कम से कम अगर इसका इसका हम अगर एहसास भी कर ले तो शायद हम बदलाव की तरफ थोड़ा बहुत बढ़ पाए लेकिन मुझे वह भी बहुत मुश्किल लगता है खासकर अभी के समय में मुश्किल तो हो ही चुका है क्योंकि देखिए तस्वीर वहां तक आ गई कि एक कपल है और गोद में कुत्ते का बच्चा है म आदमी के आखरी य था कि चलो मेरा अपना बच्चा है अब तो वो भी नहीं है तो यह बहुत खतरनाक है और यह बात सच है हम घरों में बैठते हैं तो हम सबके हाथ में मोबाइल होता है जी मां बाप बच्चे जो है अब उसकी वजह कुछ और हो सकती है पति जो है अपना कभी ऑफिस का काम कर रहा है कभी उसके सर्किल में है पत्नी जो है उसको थोड़ा सा फिर स्पेस चाहिए काम करके या वो भी ऑफिस से आई तो वो अपने उसमें बच्चे उनकी कभी पढ़ाई भी आजकल उस पर होने लगी है कभी पढ़ाई के लिए या फिर उनके फ्रेंड सर्किल और ग्रुप्स है मतलब सब इस पर आ गया आपका मैन टू मैन कनेक्शन जो है वो खत्म हो गया है और इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और अगर यह जो अनिल मेहता वाली जो घटना है हां कि भाई मैं मतलब जो भी उनके लास्ट वर्ड्स मुझे अभी याद नहीं आ रहे कि आई एम सिक एंड टायर्ड आई एम सिक एंड टायर्ड अब कई बार आप बता नहीं सकते कि भाई मेरी मेरे बदन में तो कहीं दर्द नहीं है सिर्फ घुटना दुख रहा मेरे सिर में भी दर्द नहीं है बट आई एम सिक एंड टायर्ड अब ये सिकनेस और टायर्ड यह विजिबल नहीं है टायर्ड और सिकनेस जो है वो कहां अंदर मेरे घर कर रही है सिर से पैर तक है मैं इसको बता नहीं सकता मैं आपके सामने बैठा हूं और मैं आपसे कहूं कि आई एम सिक एंड टायर्ड तो आप कहेंगे तो अच्छा वाला तो आदमी बैठा हुआ है ये बोल रहा है पर वो जो इनविजिबल है सब कुछ अच्छा होने के बाद भी वो हो सकता है तो हालांकि मैं ने बहुत सारी चीजें पढ़ी थ उसमें किसी ने सोसाइटी के लोगों के हवाले से अब सही गलत बहुत सारा आता है कि वो कुछ डिप्रेशन जैसा महसूस करने लगे थे यह चीजें किसी ने कहा भी है उसमें कि उनकी कुछ मुलाकातें जो पहले उसमें ऐसा लगा कि वह पहले जैसे जॉय फुल और वो सब नहीं रह गए थे कुछ लग रहा था और जो इनकी एक खबर यह भी आई कि जब कुछ समय पहले इनको हॉस्पिटल में भर्ती किया था शायद लास्ट ईयर मलाइका और उनकी मदर की फोटो थी तब भी ये नहीं सामने आए कि आखिर वो क्यों भर्ती किए गए बीमारी क्या थी बीमारी क्या थी और यह सब चीजें तो मुझे ऐसा लगता है कहीं ना कहीं कुछ चीजें है जो शायद जो है छुपाई जा रही है दबाई जा रही है कई बार होता है कि वो इंटेंशनली हो कई बार यह होता है कि अनइंटेंशनली हो यह भी हो सकता है अब घर की बात क्या करना बाहर मलाइका अरोड़ा क्यों अपने घर की बात की पिताजी को बुखार आया कि पिताजी को पेट में दर्द हुआ उनके घुटने में दर्द है वो क्यों बात करेगी बा ठीक है ये रूटीन है किसी के भी घर का कोई आद अस्पताल में भर्ती हो सकता है हमको कोई नहीं जानता तो हमसे कोई नहीं पूछेगा उसको दुनिया जानती है तो सब पूछेंगे भाई क्यों अस्पताल में आए किसको भर्ती कराया और क्या हो गया उसको पंचायत है कुल मिला के सबको एक रहता अच्छा यह चल रहा है तो वो चीज तो ठीक है आप उनको भी थोड़ा सा देखें कि क्या उनका वर्जन है लेकिन यह बात सही है सही है कि सवाल तो है और ये मतलब अरोड़ा और मेहता वाला इसको उनको क्लियर करना पड़ क्योंकि लंबे समय से पब्लिक लाइफ में और उन्होंने अपने परिवार की जो तस्वीर जो भी थोड़ी बहुत उनकी चाहे सोशल मीडिया की वजह से आई या जो भी या उन्होंने जो इंटरव्यू में कहा जिससे उनकी एक इमेज बनी कि बहुत सशक्त महिला है इंडिपेंडेंट है उनकी मदर की जो इमेज बनती है इन्होंने दो बच्चियों को अकेले पाल पोस के बड़ा ये इस सोसाइटी में एक बड़ी इमेज एक बड़ी आदर्श आदर्श अगर आप नहीं भी कए तो बड़ी साहसी तस्वीर है कि समाज में एक महिला जो है अपने दो बच्चियों को लेकर अकेले चाहे तलाक हुआ या जो भी स्थितियां बनी मगर वो उनको पाल पोस के बड़ा करती है और ऐसा बनाती कि वह सोसाइटी में अपनी एक पहचान बना रही है उनका नाम है जो आज रिच एंड फेमस है तो एक बड़े अलग तरीके से देखा जाता लेकिन फिर अचानक जब यह वाली तस्वीर आती है अरुणा नहीं मेहता फादर नहीं स्टेप फादर अब तो फिर वो उतने ही बड़े सवाल जो है सामने खड़े हो जाते हैं इसका क्या जवाब आएगा हमें देखना चाहिए देखिए मुझे लगता है कि हमने कहा है ना कि हमने एक चमकती हुई तस्वीर हमेशा देखी और जितनी तो चमक हमने देखी उससे ज्यादा की हमने कल्पना कर ली होता क्या है फिल्म इंडस्ट्री के बारे में हम थोड़ी सी तो देखते हैं बाकी इमेजिन कर लेते हैं इतना है तो इतना तो होगा ही तो हा असल में क्या है कि देखिए कब्र का हाल मुर्दा ही जानता है वही जानता है जो वहां रह रहा है हम मन्नत के बाहर से निकलकर सोच सकते हैं कि मन्नत के अंदर रहने में बड़ा अच्छा लगता होगा लेकिन हो सकता है मन्नत में रहने के भी कई नुकसान होंगे जो हमें बाहर से तो नहीं दिखेंगे शायद हमें बहुत लंबा वक्त बिताने के बाद वहां से दिखेंगे क्योंकि ऐसी तो पृथ्वी पर कोई जगह नहीं कोई रोल नहीं कोई बात नहीं कोई ऐसी चीज नहीं कि जिसका सिर्फ फायदा ही फायदा होता हो उसका कोई माइनस पॉइंट ना हो ऐसी तो कोई चीज ही नहीं है मैंने कुछ समय पहले अशा है इंग्लैंड की महारानी होना तो अभिशाप है मैं उसको देखकर यही समझा जबक उसम उनकी पूरी शान शौकत दिखाई है पूरी जिंदगी दिखाई है तो वही बात है कि हम उन बातों को समझ नहीं पाते असल में क्या है ना वो हमेशा ग्रास ग्रास ऑलवेज ग्रीनर न द अदर साइड वाला मामला है कि जो हमारे पास नहीं होता हम लगता वो हो तो बहुत अच्छा है लेकिन कई बार आपके पास कुछ चीजों का ना होना ज्यादा बेहतर होता है होने से क्योंकि आपको जब 10 मिल जाता है तो फिर हजार की ख्वाहिश होती है और हजार मता तो 100 हज की होती है आपको मिलाई पांच है तो आप पाच से 10 प पहुंचने की सोचोगे तो एक हर तरह की चीजें हैं वो कि ठीक है हमने देखा कि बहुत बड़ी सक्सेस मिली मां टाइपिस्ट थी अखबार में नौकरी करती थी हम समझ सकते हैं क्या सैलरी रही होगी और वहां से इस लेवल पर जाना कि जहां पर एक पूरा जो है उनको दुनिया संसार कवर करता है वह कब निकल रही है कब जा रही है आप सोचिए ना कि एक अखबार के दफ्तर में काम करने वाली टाइपिस्ट की बेटी को दिन में 25 कैमरे रोज फॉलो करते हैं जबक उसने एक भी फिल्म में काम नहीं किया ए एन कुछ तो किया ही है ना ठीक बात मुंबई में तो बहुत खूबसूरत लड़किया और बहुत सारी खूबसूरत मॉडल्स है कमी नहीं है यहां पर तो कुछ ना कुछ तो अचीव किया है कुछ ना कुछ किया लेकिन उस अचीवमेंट के रास्ते कितने कांटे आए हैं कितनी घुटने छिले हैं कितने कॉम्प्रोमाइज हुए हैं कितना दिल जलाया है कितनी बार गिर केर गिर पड़े हैं और कितनी बार गिर पड़े हैं और उठ नहीं पा तो हमें नहीं दिखता इतना मैं कह सकता हूं कि किसी के भी घर का जब कोई शख्स जाता है वह भी इस तरीके से निश्चित तौर पर दिल दुखता है दर्द होता है किसी के साथ आपने कोई लमहे बिताए हैं वह आपके स्टेप फादर हैं फादर हैं साथ में रहते हैं नहीं रहते हैं हम किसी से चार बार मिले होते हैं उसके ना रहने का समाचार सुने तो दिल दुखी हो जाता है अरे फला नहीं रहे तो यहां तो मामला रिश्ते का है जो भी रिश्ता है और अगर जॉयस भी उसी बिल्डिंग में उसी फ्लोर पर रह रही थी यानी कहीं नाना कहीं कोई क्लोजन थी शादी के बाद तलाक होने के बाद भी अपने बयान में कहा मेरे पूर्व पति मेरे पूर्व पति करके बयान आ रहा है तो यानी भाई यह आप देखिए ना कि इस उम्र में आप पूरे क्वेश्चन समझिए कि शादी हुई बच्चे हुए तलाक हुआ जिंदगी बीती आगे बढ़ी और फिर बुढ़ापे में साथ आकर रहने लगे बिना शादी किए तो कितने सारे परतों से होकर वो रिश्ता गुजरा होगा हम इसको कुछ भी कह सकते हैं कि हम जॉयस जो है हम उनको उसी तरह से देखेंगे कि उनका जीवन कैसे शुरू होता है बिल्कुल ही मध्यम वर्गीय परिवार ठीक है कि उनकी बेटियों ने इतनी तरक्की की लेकिन जाहिर है उनका भी बहुत बड़ा कंट्रीब्यूशन रहा होगा जैसी सीख उन्होंने दी जैसी पढ़ाई उन्होंने कराई लेकिन कुल मिलाकर हम बहुत सी चीजें ऐसी है जो शायद हम यहां बैठकर नहीं भी समझ पाएंगे जो हमें कहते है ना कि उस रोल में होने पर ही हमें समझ में आएगा लेकिन क्योंकि हम एक जर्नलिस्ट है क्योंकि हम एक पत्रकार है और हमारा काम है समाज में हुई हर छोटी बड़ी घटना को का एनालिसिस करना उसे समझने की कोशिश करना और यह जानने की कोशिश करना कि भाई ऐसा हुआ तो क्यों हुआ होगा और किस किन राहों से गुजर कर हुआ होगा आपने जो बातें कही मुझे दो तीन चीजें याद आई तो मुझे हंसी आने लगी एक बात याद करके ये बात तो सही है कि जो भी सितारे होते हैं हम लोगों ने बहुत दूर से बैठक देखते हम तो खैर लंबा समय हमने इस इंडस्ट्री में जर्नलिज्म करते बिताया पर और भी लोग जो बहुत दूर होते हैं बड़े खूबसूरत और चमकदार लगते मुझे एक याद आया कि एक बहुत बड़े सुपरस्टार हैं तो जब उनके यहां गए थे तो ऐसे ही होता है तो हम तो सबसे बात कर लेते मतलब ड्राइवर से भी और माली से भी और नौकर से भी तो ऐसे ही बाहर थे तो माली से बात होने लगी जी तो भाई मतलब एक होता है कि बड़े लकी हो मतलब लोग तो इस आदमी को देखने के लिए तरसते हैं और तुम तो रोज हां अरे कहता साहब मत पूछो 3 साल से पैसा नहीं दिया मतलब बढ़ाया नहीं है एक पैसा बढ़ा के नहीं दिया है तीन साल से तो मतलब अब ये उसका मतलब मतलब आप उसका दर्द देखिए कि आपको या किसी भी आम आदमी को बाहर से तो बहुत बड़ा स्टार लग रहा है कितना और आप सोचते हैं कि कितना दरिया दिल होगा कितना पैसा कमाता होगा कमाता है स्वाभाविक है बहुत बड़ा स्टार है लेकिन वो माली का दर्द आप देखिए यार तीन साल से इसने पैसा नहीं बढ़ाया अब वो छोटा साद ठीक है उसका बड़ा बगीचा है बंगले में पर यार जो मालि का काम कर रहा है उसको कितना पैसा देता होगा हा हा तीन साल से नहीं बड़ा एक बात यह मुझे याद आई दूसरा यह झूठ की दुनिया है पूरा बॉलीवुड जो है ना ये मतलब ये लोग अपनी नीव ही झूठ पर रखते हैं हा इसी केस को लेले मलाइका अरोड़ा के केस को ले ले जब तक चीज क्लियर नहीं हम मानते हैं कि यह कहीं गड़बड़ है एक आदमी आता है उसका पिता जो है बहुत बड़ा बिजनेसमैन है हा ठीक है उसकी इंडस्ट्री में रिश्तेदारी भी है उसका पिता प्रोडक्शन हा उस को पैसा देता है कि मेरे बच्चे को स्टार बनाने के लिए पिक्चर बनाओ पर वो आके ऐसे है ना आप समझ गए समझने वा हाल ही में अभी पिता भी बने हैं हां हां अब बता लेकिन वो आके ऐसे बताते हैं कि मैंने तो भारी स्ट्रगल किया और मैं पता नहीं कौन से मंगल ग्रह से स्ट्रगल करता हुआ यहां तक आया हूं जानता ही मत तोब एकदम फ्रेश हूं और ये और यहां आपने सच्चाई सामने आ जाती फिर एक महोदय आते हैं वो जाने कहां-कहां चौकीदारी करते हैं जाने कितना किना स्ट्रगल करते हैं वो बताते ही ऐसा म चौकीदार तक बना और खूब स्ट्रगल किया पता चलता है कि भाई साहब उधर तो बड़ी गांव में बड़ी संपत्ति है जमीदारी है कोटी है जाने कितने 100 करोड़ का मामला है तो ये जो झूठ प अपनी नीव रखते हैं तो इनकी जिंदगी के नतीजे फिर वैसे ही दिखते हैं आप देख सुखी तो नहीं ऊपर देखिए वही बात है कि आप ऊपर की चमक दमक ग्लैमर देख लीजिए अच्छा लगता है ठीक है यहां जा रहे वहां जा रहे ऐसे रह रहे वैसे रह रहे लोग पीछे अंदर क्या है मतलब बात ये है अंदर तो मामला फिर खोखला ही रहता है इनकी जिंदगियां बर्बाद दिखती है इनके घरों में देख लीजिए क्या हो रहा है हा क्या चीज है मतलब कोई रिस्पेक्ट नहीं एक आम आदमी भी जो होता है ना थोड़ा बहुत भले ही होता है इनसे इनके रा में आ जाता है अरे वाह वाह लेकिन वो दूसरे ही पल पलट के कुछ और कहने लगता है इतना तो सब समझते हैं तो ये आप ईमानदारी प आप अपना जीवन खड़ा कीजिए कोई दिक्कत नहीं है एक आदमी बस कंडक्टर था एक आदमी बस कंड कंडक्टर से होते होते सुपरस्टार बना उसने अपने रूप को कभी नहीं छुपाया वह जैसा है वैसे ही आता है लेकिन पर्दे पर उसको कितना प्यार मिलता है और ऐसे और भी लोग हैं पहले भी हुए हैं अभी भी है कम ज्यादा करके अपनी लाइफ अपने हिसाब से जीते झूठ नहीं बोलते हैं किसी ने य स्ट्रगल किया उनकी पत्नी नौकरी कर रही थी वो अपना एक्टिंग में करियर तलाश रहे थे आज भी कहते हैं सहज रहते हैं तो हम किसी का नाम नहीं लेकिन वो दिखाई देता है फिर लेकिन जो लोग झूठ पर अपना कैरियर खड़ा करते ना कहीं ना कहीं फिर उनके साथ हादसा होता है वो बब फूटता है फिर थोड़ी देर के लिए लोग लोग चौक हैं फिर वो कहते हैं अब इनका तो और होना ही क्या था मतलब तो ये झूठ मतलब इससे क्या होता है ना आदमी की पहचान होती कि उसकी सीरत कैसी है जो कहते सूरत और सीरत तो आप सूरत तो अच्छी ले आए भाई साहब हा वो सीरत जो है कभी कभी तो फिर सामने आ ही जाती है और फिर जो सूरत पर आपने जो एक बढ़िया चमकदार सा खूबसूरत सा नकाब कहिए या आप जो भी कह लीजिए उसको ड़ ओड़के रखा है वो उतर जाता है तो सच्चाई सामने आ जाती है ये दुनिया इसी तरह की हैने नहीं बिल्कुल सही कहा आपने कि इतना ज्यादा नकली पन है कि फिर हर चीज पर शक होता है फिर कुछ अगर असल होता भी है तो व नकली ही लगता है क्योंकि जब हमारे सामने एक इमेज बन जा जाती कि सब जो है यह प्लास्टिक ही मामला है और कुछ इस इस पूरी इंडस्ट्री का मिजाज कह ले या जो भी कह ले कि वो है भी ऐसा कि वह पूरा का पूरा इमेज पर आधारित है तो जितनी चमकदार होगी उतनी ज्यादा होगी वो है ना बात वही है जो हम फिल्म इंडस्ट्री के बारे में कहते हैं कि कोई भी प्रोड्यूसर ये नहीं कह सकता ना कि मेरी फिल्म तो पिट गई कोई देखने नहीं आया कोई कहता ही नहीं है ठीक कता बहुत अच्छी चल रही है सब बहुत बढ़िया है तो यहां ये दुनिया ही ऐसी है ये कुछ ये धंधा बना ही ऐसा है कि यहां पर आकर आपको झूठ बोलना है आप इसमें झूठ बोलने से बच नहीं सकते क्योंकि डेफिनेटली आप कभी ना कभी तो नीचे जाओगे लेकिन आपको कहना ही नहीं कि आप नीचे जा रहे हो आप हमेशा ऊपर ही जाते हो तो ऐसी तो दुनिया में कोई चीज बनी नहीं जिसमें आदमी सिर्फ ऊपर ही ऊपर जाए शाहरुख खान का भी तब पता चला लोगों को जब चार साल घर पर बैठ गए तब पता चला कि हां भैया मामला सही में गड़बड़ है और अब ये फिर से सोच रहे हैं तो यहां तो जब अति हो जाती है तभी चीजें सामने आती है वरना तो ऊपर ऊपर से सब ढक छुप के मामला चलता रहता है बरहाल हमारे दर्शकों के लिए सीखने के लिए बहुत कुछ है अगर कभी आप कंपैरिजन में पढ़ते हो कभी यह सोचते हो कि भाई वही बहुत बढ़िया है और हमें कुछ नहीं मिला तो आप ऐसा ना सोचे आप भी बहुत अच्छी स्थिति में है बस फर्क इतना है कि आपकी अच्छी स्थिति को उतना पब्लिसाइज नहीं किया जाता उतना चमका कर पेश नहीं किया जाता वरना बहुत सारे सेलिब्रिटीज से कहीं बेहतर स्थिति में वह आम लोग हैं जो अपने घर पर अपने लोगों के बीच में बड़े मजे से रहते हैं चैन की सांस लेते हैं सबके साथ खाना खाते हैं घूमने जाते हैं एक दूसरे की कदर करते हैं एक दूसरे के लिए टाइम निकालते हैं आप को यह नहीं पता कि कई बार इस चमक दमक के चक्कर में आदमी अंधा हो जाता है उसे दिखना ही बंद हो जाता है सही है मुझे लगता है कि जो आम लोग हैं हा और हम लोग भी उसमें शामिल है हम ज्यादा बेहतर स्थिति में है बिल्कुल बिल्कुल हमारे पास अपने लिए समय है अपने घर के लोगों के लिए है हमारा एक रूटीन है एक टाइम टेबल है और ठीक है जिसे ये लोग अचीवमेंट कहते हैं जिसको रात की पार्टियां ग्लैमर ये भागदौड़ ठीक है हो सकता है उसकी अपनी जगह हो वो सारी चीजें लेकिन उसकी बहुत बड़ी कीमत भी चुकाते हैं और जैसे मैंने कहा ना कि शुरुआत जब ये झूठ से करते हैं हा तो फिर वो उसके एक झूठ के ऊपर दूसरे झूठ की ही नीव रखना पड़ती है और दूसरे पर तीसरे झूठ की तो पूरा महल जो इनका खड़ा होता है फिर वो झूठ प ही खड़ा होता है फिर वहां एक भी सच की ईंट जो है आप नहीं लगा सकते क्योंकि एक लगाती तो उसका वजन जो है पूरा महल नहीं सह पाता है चाहे वो कितना ही बड़ा खड़ा कर लीजिए तो यह स्थितियां है और मलाइका वाला जो एपिसोड है वो मुझे लगता है कि इस परे अभी नजर रहेगी य इतनी जल्दी खत्म नहीं होगा कहीं ना कहीं मतलब ठीक है पुलिस जो भी उसमें कहे जिस भी तरह से जांच करें बंद भी कर दे यह भी हो सकता है कल को लेकिन यह जो कुछ बेसिक सवाल उठे हैं इनके जवाब जो है वो आज नहीं कल आएंगे जरूर मुझे ऐसा लगता है और अगर सहज ढंग से आ जाए तो ज्यादा बेहतर है बनिस्बत इसके कि कुछ बहुत सनसनीखेज जिसमें पैदा हो और मतलब आउट ऑफ द प्रोपोर्शन जिसको बोलते हैं चीजें उस तरह से फैल जाए अब देखिए यही यही समझदारी होती कि जिसके भी साथ यह चीजें जुड़ी वो इसको कितनी सहजता से जो है उन सवालों के जवाब देके इसको क्या कहते हैं अब लोगों के मन में जिज्ञासा तो है ही आप चाहे जो कह लीजिए क्योंकि आप पब्लिक फिगर वो सब चीजें हैं आपके लोगों का ध्यान है तो जितनी सहजता से आप उसे खत्म करते और नहीं तो ये चीजें फिर क्योंकि बॉलीवुड में वैसे ही जर्नलिज्म तो है ही नहीं लेकिन गॉसिप्स के तो ना पांव तो होते नहीं क्या पंख होते हैं ऐसे ही बोलते हैं तो वो पता नहीं कहां-कहां से उड़ेंगे कहां-कहां तक पहुंचेंगे और कहीं भूले भटके किसी को तलाश लिया गया कोई पुराना चैप्टर तो चीजें और बिगड़ेगी खराब होंगी तो यह सारी चीजें मुझे लगता है कि इसको थोड़ा समय लगेगा पर जितनी जल्दी ये लोग क्लियर कर दे उतना अच्छा रहेगा करना ही पड़ेगा देखिए मतलब ये दुनिया है यहां किसी का सच जो है वो सामने आता है जल्दी आ जाता है किसी का देर से आता है राज तो कोई राज रहता नहीं और जितने राज है वो बाद में सब लोग कयास लगा भी लेते हैं कि क्या हुआ होगा और आप खुद सोचिए ना कि एक शख्स जिसने परिवार बनाया जिसने शादी की जिसने बच्चों को जन्म दिया वो ऐसा तो है नहीं कि समाज में किसी से मिला नहीं होगा बहुत से आएंगे कि स्कूल में नाम क्या लिखाया गया था स्कूल में फादर्स नेम क्या था पासपोर्ट पर फादर्स नेम क्या है 50 चीज पता करने के तो तरीके है वो तो अभी क्या है कि अभी तक किसी का ध्यान गया नहीं था वरना ये कोई बहुत बड़ी चीज है भी नहीं आपको पासपोर्ट देखना है और आपको स्कूल सर्टिफिकेट देखने और वहां पर सारी की सारी चीजें निकल कर आ जाएंगी लेकिन हायह यहां पर एक चीज जरूर मैं कहना चाहूंगा कि जी पिता का नाम छुपाने जैसी चीज तो होती नहीं बताने जैसी होती तो उसको लेकर कुछ होगा भी तो उसमें यह जानना बहुत जरूरी है कि क्यों छिपाया गया बात यह नहीं है बात यह है कि छिपाने की जरूरत क्या थी नहीं छिपाते छिपाने की नौबत क्यों आई इसके पीछे क्या कहानी वो कहानी जानना जरूरी है ना कि असली नाम क्या है वही है ना कहर कि एक चीज अभ ये वही है झूठ के सिरे फिर ऐसे ही होते हैं वो मतलब वो ऊन के गोले जैसा मामला है मतलब उनके स्वेटर जैसा कि अगर एक टांका खुल गया तो फिर वो ऊन खींचता ही चला जाता है जब तक स्वेटर उदर नहीं जाएगा कहीं तो उसको रोकने के लिए गठान मारनी पड़ेगी ठीक ठाक तरीके से तो अब देखिए ये वही हो गया है बहुत सारे सवाल पैदा होंगे मतलब अगर बैठे बात करें अच्छा फिर यह कैसे जो आपने कहा कि बर्थ सर्टिफिकेट बच्चों के स्कूल का सर्टिफिकेट ये सारी चीजें फिर ऐसा क्यों हुआ क्यों छुपाया छुपाया तो फिर बदला क्यों नहीं बदला तो फिर नया था तो नया क्यों अडॉप्ट नहीं किया फिर कोई स्कूल का निकल आएगा कोई इधर का निकल आएगा कोई उसके पंजाब से निकल आएगा कोई जो है इधर केरल से निकल आएगा मतलब बहुत अनंत संभावना है मतलब इसमें फिर तो यह रहेगी मुझे लगता है अब वो रहेगा कि अब मलाइका अरोड़ा जो है वही जो इस मामले में चीजों को क्लियर करें जिस भी तरह से चलिए रवि जी मुझे लगता है हमने क्या छपा और क्या छुपा यह भी बता दिया और क्या छपना और क्या छुप चाहिए था वो भी बता दिया है अब देखते हैं कि अब आगे क्याक और छपता और क्या क्या छुपता है मीडिया की ताकत कम हो गई है ये तो पक्की बात हैय ये तो है ये तो है ये तो है एकदम और इसके लिए जिम्मेदार मीडिया ही है और कोई लोग जिम्मेदार नहीं है देखिए जिन हाथों में आपने मीडिया हाउसेस ने कलम दी थी माइक दिए थे हा मतलब है ना मतलब होना उन हाथों को मजबूत होना चाहिए था लेकिन फिर उन्हीं में कटोरे आ गए धीरे [संगीत] से कलम की और माइक की जगह जब कटोरे आ जाएंगे तो यही होगा फिर पत्रकारिता का हाल दिख ही रहा है वरना अब तक तो सारी चीजें खुल के सामने आ चुकी होती 10 साल पहले य सब होता तो मुझे लगता है हमारे दर्शकों को भी यह कन्वर्सेशन इंगेजिंग लगा होगा और यह लगा होगा कि एक अलग पर्सपेक्टिव भी आपको मिला होगा और आप लोगों को कुछ नया जानने समझने की एक दिशा भी मिली होगी मैं चाहूंगा कि इस लाइव सेशन को आप अपने वॉल पर शेयर जरूर करें पसंद आया हो अपने दोस्तों के साथ शेयर कर स सकते हैं नीचे कमेंट कर सकते हैं और हमें बता सकते हैं क्योंकि हम हमेशा कोशिश करते हैं कि जो भी घटनाएं हो रही है उसमें हम कुछ एक अलग अ सोच आपके सामने रख सके क्योंकि बहुत सारे अखबार हैं बहुत सारे चैनल्स हैं जो अपनी अपनी बात करते हैं बहुत-बहुत शुक्रिया रवि जी हमारे साथ जुड़ने के लिए और इस पर इतनी देर तक हमारे साथ चर्चा करने के लिए आपने भी बहुत सारे महत्त्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला जो हमारे दर्शकों को ये पूरा मुद्दा समझने में मदद करेंगे शुक्रिया उज्वल जी फिर मिलते हैं जल्दी थैंक यू थैंक यू गुड नाइट ई

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