CBI Report May Expose Calcutta Police Negligence in RG Kar Medical College Rape Case | NewsX

रेप एंड मर्डर केस इन आरजी कोर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल आवर सोर्सेस टेल अस दैट सीबीआई रिपोर्ट्स माइट रिवील द नेगलिजेंस ऑफ़ द कलकता पुलिस इन्वेस्टिगेशन इन द केस वी हैव माय कॉलीग रनी दत्ता विद ऑन द टेलीकास्ट विद अस रानिक व्हाट कैन यू टेल अस नाउ आवर सोर्सेस आर टेलिंग अस दैट देर देयर इज अ माउंटिंग प्रेशर ऑन कोलकाता पुलिस एंड द द सीबीआई रिपोर्ट माइट रिवील अ दैट कोलकाता पुलिस नेगलिजेंस देखिए कल सुप्रीम कोर्ट में हियरिंग होने वाला है और कल सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई के तरफ से जो रिपोर्ट दिया जाएगा जैसे सीबीआई के सोर्सेस की तरफ से कहा जा रहा है कि इस रिपोर्ट में कोलकाता पुलिस का जो नेगलिजेंस हुआ था यह पूरा मामले पर पहले दिन से उसका जिक्र रह सकता है जैसे कि सीबीआई के सोर्सेस की तरफ से कहा जा रहा है कि बहुत सारे पॉइंट इसमें रह सकता है जिसमें ऐसा भी कुछ पॉइंट रह सकता है जिसमें कोलकाता पुलिस की तरफ से जो स्टेप बाय स्टेप गलती हुआ था उसको लेकर भी सीबीआई कंसर्न है इसको लेकर भी बयान दे सकता है पहला तो है सीबीआई का सोर्सेस की तरफ से जो इंफॉर्मेशन आ रहा है वो है प्लेस ऑफ अरेंस यानी पीओ को जो सिक्योर करना इसको लेकर सीबीआई का रिपोर्ट में भी मेंशन र सकता है क्योंकि जो पीओ है उस पीओ में जब डी मॉडलिंग किया गया था उस डी मॉडलिंग में बहुत सारे फुटप्रिंट मिला है जो सीबीआई को लगता है कि जो लोग गैदर हुए थे उधर पीओ के अंदर जो लोग पहुंचे थे उनका फुटप्रिंट हो सकता है और इसी वजह से पीओ को सही तरीके से सिक्योर नहीं बट सकता है ऐसा भी एक डर सीबीआई को है और इसी इसको ही सीबीआई का ये जो रिपोर्ट ये रिपोर्ट में भी मेंशन किया जा सकता है दूसरा है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को लेकर भी सीबीआई की तरफ से रिपोर्ट में बोला जाएगा क्योंकि जो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार किया गया है वो फुल फिल कंप्लीट नहीं है और और भी अच्छे तरीके से पोस्टमॉर्टम हो सकता था ऐसा सीबीआई को लगता है क्योंकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में लास्ट में जो पोस्टमॉडेम रिपोर्ट है पोस्टमॉडेम रिपोर्ट का जो कॉज ऑफ डेथ ये कॉज ऑफ डेथ में थ्री पॉइंट दिया गया है तीन कारण में ये विक्टिम का मौत हुआ है ऐसा पोस्ट मॉडम रिपोर्ट में मेंशन किया गया है पहला तो है मैनुअल स्ट्रगुलेशन दूसरा है दूसरा है सफोकेशन और उसके साथ-साथ ही है जो जेनियल पार्ट है उसमें किसी को लेकर आघात किया गया था ऐसा भी मेंशन किया गया है पीओ रिपोर्ट में मगर क्या क्या क्या हो सकता है इसमें कितना प्रेशर दिया गया था और उसके साथ-साथ ही ये जो मैनुअल स्ट्रगुलेशन हुआ था मैनुअल स्ट्रगुलेशन के कारण से गले में क्या मार्क हुआ था यानी बी मार्क या ओ मार्क ये जानना कोशिश कर रहे हैं सीबीआई ऑफिशियल मगर ये पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मेंशन नहीं है ऐसा भी जो रिपोर्ट ये रिपोर्ट कल सीबीआई की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में बोला जा सकता है दूसरा अगर देखा जाए तो सीबीआई की तरफ से ये भी कहा जा सकता है कि जो इंक्वेस्ट रिपोर्ट तैयार किया गया था वो इंक्वेस्ट रिपोर्ट देली से तैयार किया गया था यानी जिस टाइम पर ये पूरा घटना घटा था जिस टाइम पर पुलिस उधर पहुंचा था पुलिस पहुंचने का करीब एक घंटे के बाद ये इनक्वे रिपोर्ट तैयार किया गया था इतना देली में इनको रिपोर्ट क्यों तैयार किया गया था जब डेड बॉडी पहली बार दिखा गया था उस टाइम से लेकर कोलकाता पुलिस उधर पहुंचे जब ये जो टाइम फेम और जब इंक्वेस्ट रिपोर्ट तैयार किया गया था जब पोस्ट मड में भेजा गया था ये जो टाइम फेम सीबीआई को मिला है ये टाइम फेम भी सीबीआई की तरफ से ये रिपोर्ट में रह सकता है यानी कोलकाता पुलिस के ऊपर फिर से एक बार प्रेशर आ स है ये सीबीआई का ये रिपोर्ट के वजह से क्योंकि सीबीआई के तरफ से यह जो रिपोर्ट तैयार किया गया है जैसे कि सोर्सेस की तरफ से कहा जा रहा है कि ये रिपोर्ट में कोलकाता पुलिस का जो नेगलिजेंस था उसके ऊपर ही मेनली फोकस रहेगा क्योंकि सीबीआई का ये इन्वेस्टिगेशन में कोलकाता पुलिस का जो प्राइमरी रिपोर्ट था प्राइमरी जो इन्वेस्टिगेशन था इसके ऊपर ही इसके ऊपर भित्ति करके ही सीबीआई के तरफ से ही इन्वेस्टिगेशन को आगे ले जाया जा रहा है और इसी वजह से बहुत सारे मु मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है सीबीआई ऑ को क्योंकि सीबीआई ऑफिशल्स का कहना है जो सोर्सेस की तरफ से खबर मिल रहा है कि ये जो पूरा घटना ये घटना में पहला कौन प्रत्यक दर्शी था कौन पहली बार ये डेड बॉडी को देखा था ये इन क्वेस्ट रिपोर्ट में मेंशन नहीं है और इसी वजह से कौन पहली बार दिखा था कितने बजे दिखा था उस टाइम में क्या सिचुएशन था वो टोटली डिस्क्राइब नहीं किया गया है इसलिए बहुत सारे मुश्किलों का सामना सीबीआई को करना पड़ रहा है दूसरी तरफ सीबीआई की तरफ से ये भी कहा जा रहा है कि ये जो पूरा घटना में कोलकाता पुलिस की तरफ से जो लोगों को इंट गट करना चाहिए था इतना ज्यादा इंटोन नहीं हुआ था यानी कोलकाता पुलिस ने पहले दिन यानी 9 तारीख में यह जब घटना घटा था उसके बाद से 12 तारीख तक जब तक सीबीआई के पास आया था तब तक जो इंक्वायरी कोलकाता पुलिस के तरफ से किया गया था वो इंक्वायरी सही तरीके से नहीं हुआ था ऐसा भी सीबीआई को लगता है ऐसा भी सीबीआई के सोर्सेस की तरफ से कहा जा रहा है दूसरी तरफ सीबीआई के सोर्सेस के तरफ से ये भी कहा जा रहा है कि जो पीओ था पीओ का सराउंडिंग जो एरिया है उस एरिया को भी पुलिस की तरफ से सिक्योर करना चाहिए था मगर वो भी सिक्योर नहीं हुआ था दूसरा जो घर दो घर जो तोड़ा गया था उसको लेकर भी सीबीआई का ये रिपोर्ट में रह सकता है क्योंकि वो दो घर में भी सीबीआई के तरफ से थडी मॉडलिंग किया गया है तो इस रिपोर्ट में उस दो घर का जिक्र भी सीबीआई की तरफ से किया जा सकता है सीबीआई की तरफ से कुल मिलाकर कल जो सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगा उधर जो रिपोर्ट दिया जाएगा उस रिपोर्ट में एक तरफ कोलकाता पुलिस का नेगलिजेंस का बात रहेगा दूसरी तरफ सीबीआई का ये जो इन्वेस्टिगेशन ये इन्वेस्टिगेशन में अभी तक क्या-क्या डेवलपमेंट हुआ है उसका जो रिपोर्ट वो रिपोर्ट रखा जाएगा जैसे कि सीबीआई के सोर्सेस की तरफ से कहा जा रहा है ये जो रिपोर्ट कल दे देने वाला है सीबीआई उस रिपोर्ट में ये जो डेवलपमेंट डेवलपमेंट के बाद में सीबीआई रख सकता है सीबीआई की तरफ से 3डी मॉडलिंग किया गया है जो सेमिनार हॉल सेमिनार हॉल का डी मॉडलिंग उसके साथ-साथ सेमिनार हॉल के बाजू वाले जो घर जिस घर को तोड़ा गया था जो रेसिडेंट डॉक्टर्स रूम है उनको जो तोड़ा गया था उसका भी 3डी मॉडलिंग किया गया है एक वॉशरूम जो है वॉशरूम का भी डी मॉडलिंग किया गया है और उसमें से बहुत सारे फुटप्रिंट भी अभी तक पमत किया गया है सीबीआई के फॉरेंसिक एक्सपर्ट की तरफ से वो भी मेंशन रह सकता है दूसरी तरफ जो जो पॉलीग्राफ टेस्ट का रिपोर्ट है और जो साइकोलॉजिकल एक्सपर्ट के तरफ से संजय रॉय का साइकोलॉजिकल टेस्ट किया गया था साइकोलॉजिकल असेसमेंट किया गया था उनका जो रिपोर्ट है वो रिपोर्ट भी सबमिट हो सकता है और उसके सा साथ-साथ ही सीबीआई की तरफ से जो प्राइम री डीएनए टेस्ट टेस्ट रिपोर्ट आया है जो कि कोलकाता का जो फॉरेंसिक लेब फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी है उधर से किया गया था जो कोलकाता पुलिस की तरफ से किया गया था उसका जो प्राइमरी रिपोर्ट वो प्राइमरी रिपोर्ट को देते हुए सीबीआई की तरफ से ये भी कहा जा सकता है कि सीबीआई की तरफ से उसको फर्द रिपोर्ट करने के लिए फर्द चेक करने के लिए दिल्ली एम्स में जो सैंपल वो सैंपल को भेजा गया है ये भी रिपोर्ट में मेंशन हो सकता है और उसके साथ-साथ ही रिपोर्ट में ये भी मेंशन हो सकता है कि सीबीआई को लगता है कि ये पूरा जांच में और भी टाइम चाहिए सीबीआई ऑफिशल्स को जांच करने के लिए क्योंकि पहले दिन यानी 9 तारीख से लेकर 12 तारीख तक जो कोलकाता पुलिस का इन्वेस्टिगेशन था उस इन्वेस्टिगेशन में नेक जस होने के वजह से सीबीआई को काम करने में दिक्कत हो रहा है सीबीआई को इंट गट करने में दिक्कत हो रहा है और ऐसा भी हो सकता है कि जो गवाह उधर मौजूद थे वो अभी सीबीआई को नहीं मिल रहा है वो सामने नहीं आ रहा है तो उनको ढूंढने का काम सीबीआई की तरफ से किया जा रहा है मगर सीबीआई की तरफ से ये भी कहा जाएगा कि कोलकाता पुलिस तरफ से जो टावर लोकेशन टावर डंपिंग लोकेशन जो प्रोसेस किया गया था उसमें बहुत सारे टावर लोकेशन एक ही जगह में मिला है तो उसी वजह से वो टावर को ढूंढने में कौन सा मोबाइल फोन उधर मौजूद था कौन सा कनेक्शन उधर मौजूद था वो ढूंढने में थोड़ा टाइम लग रहा है फॉर मोर सच वीडियोस सब्सक्राइब टू द न्यू एक [संगीत]

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